रिपोर्ट–धीरेन साहा
महेशपुर(पाकुड़):– पाकुड़ जिला में अवैध लकड़ी का काला कारोबार चरम पर है। प्रशासन का लाख प्रयास करने के बावजूद लकड़ी माफिया प्रशासन के नाक के नीचे से लकड़ी का काला कारोबार धल्ले से कर रहे है। जिले के महेशपुर प्रखंड के विभिन्न इलाकों से इन दिनों अवैध लकड़ी की ढुलाई का कारोबार जोरों से चल रहा है। प्रखंड के शहरग्राम,पोखरिया, धारणी पहाड़, पीर पहाड़ आदि क्षेत्र तस्कर के लिए सेफजोन बना हुआ है। लकड़ी माफिया इन इलाकों के आदिवासी क्षेत्र के लोगों को बहला-फुसलाकर तथा चंद पैसों का लालच देकर पहाड़ों तथा जंगलों के अच्छी अच्छी पेड़ को रात भर काटते हैं और सुबह सुबह मोटरसाइकिल, पिकअप, भूट भूटीया या जुगाड़ वाहन में लोड कर , लड़की को शहरग्राम – राजग्राम मुख्य सड़क से पश्चिम बंगाल पहुंचा कर उस लकड़ी को लकड़ी माफिया मनमानी दाम में बेचते है और रोजाना लाखो का कारोबार कर रहा है। सूत्र के द्वारा यह भी पता लगता है की स्थानीय पुलिस भी कहीं ना कहीं इनके आगे रंगीन है। सब कुछ इन्ही के कृपा से ही तो संभव है, तभी तो अवैध लकड़ी का काला कारोबार महेशपुर थाना क्षेत्र में खूब फल फूल रहा है। जहां एक तरफ सरकार जल जंगल जमीन को बचाने की बात कर रहे हैं तथा पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ का अभियान चला रहे हैं वहीं दूसरी और कुर्सी में बैठकर जिम्मेदार अपने स्वार्थ के लिए जल जंगल जमीन के अस्तित्व को खतरे में डाल अपने जेब गर्म करने में लगे हुए हैं ।जिस तरह सबकी मिलीभगत से लकड़ी माफिया बेखौफ होकर पहाड़ों और जंगलों के पेड़ों की कटाई कर रहे हैं ऐसा लगता है की अब वह दिन दूर नहीं है की महेशपुर के पहाड़ों तथा घने जंगलों की खूबसूरती अब कागज में ही रह जाएंगे ।