राजकुमार भगत
पाकुड। शुक्रवार को साई होम्यो सेंटर छोटी अलीगंज पाकुड़ में एक दिवसीय होम्योपैथीक सेमीनार का अयोजन डॉक्टर देव कांत ठाकुर साई होम्यो सेंटर के अध्यक्षता में किया गया। सेमिनार का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया। सेमिनार में पाकुड़, गोड्डा , साहेबगांज जिला के साथ साथ पश्चिम बंगाल के लगभग 120 होम्योपैथिक डॉक्टर ने भाग लिया। जिसने होम्योपैथी द्वारा रोग निदान, दवा पर बिस्तृत चर्चा की गई। डॉ के एस अवस्थी, डॉक्टर फारुख, डॉक्टर अरुण कुमार, डॉक्टर यासीन अली, डॉक्टर विकाश, डॉक्टर टीपू सुलतान ने होम्योपैथी से इलाज के संबंध में अपनी अपनी विचार रखें। मस्तिष्क ,दिल, हार्ट, किडनी ,लिवर में होने वाले रोग उसके लक्षण एवं उपचार पर विशेष चर्चा किया गया। साथ ही होम्योपैथि कंपनी जर्मनी के रीकवेज, एसबीएल, नेशनल, माइक्रो, रेपमेडिसिंथ ने अपनी अपनी कम्पनी की दवा से संबंधित विस्तृत जानकारी उपस्थित सभी चिकित्सकों को दी। कंपनी का सेंपल दिया गया। उपस्थित होम्योपैथिक चिकित्सकों ने बताया कि होम्योपैथिक की दवा असरकारक है इसका साइड इफेक्ट ना के बराबर है। उन्होंने बताया कि यदि सही डायग्नोसिस हो तो होम्योपैथिक की दवा से बड़ी से बड़ी घातक बीमारियों पर भी काबू पाया जा सकता है। चिकित्सकों ने कहा कि आज के समय में जहां टेस्ट के नाम पर लाखों खर्च हो रहे हैं बावजूद उस पर कई ऐसी बीमारियां हैं जिन पर काबू नहीं पाया जाता है। किंतु होम्योपैथिक में कई गंभीर बीमारियां बिना किसी ऑपरेशन के दवा पर ठीक किया जा सकता है। बस धैर्य की जरूरत है। डॉक्टर देव कांत ठाकुर ने बताया कि होम्योपैथिक की दवा देने के पूर्व चिकित्सक मरीज से आवश्यक पूछताछ करते हैं। तत्पश्चात उन्हें सटीक दवा देते हैं जिससे समय के साथ स्वस्थ होते हैं। जहरीली हो असाध्य रोग जटिल से जटिल रोगों का इलाज होम्योपैथिक में बिना किसी चीर फाड़ के करा सकते हैं । व्यक्तियों के स्वस्थ होने की कामयाब रिजल्ट भी हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की कि आप होम्योपैथिक में विश्वास कर सफल इलाज करा सकते हैं।