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November 22, 2024 2:37 pm

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कालिदास मरांडी के अध्यक्षता में भी०वी०डी० संबंधित कालाजार का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

जीडी न्यूज लाइव

पाकुड़/पाकुड़िया प्रखंड के सभागार में प्रखंड प्रमुख कालिदास मरांडी के अध्यक्षता में भी०वी०डी० संबंधित कालाजार का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में विशेषकर कालाजार, फाइलेरिया, मलेरिया एवं डेंगू जैसे घातक बीमारी के बारे में विस्तार से चर्चा किया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अभय कुमार यादव द्वारा बताया गया कालाजार बालू मक्खी से संचारित होता है जिससे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक प्रभावित हो सकता है। डॉ यादव द्वारा बताया गया कालाजार सामान्यतः गंदे एवं नमी वाले इलाके तथा कच्चे घरों में रहने वाले लोगों में अधिकतर पाया जाता है क्योंकि बालू मक्खी ऐसे जगह पर रहना पसंद करते हैं। कालाजार का मुख्य लक्षण 15 दिन से अधिक बुखार यदि मलेरिया रोधी दवा खाने पर भी कम नहीं हो, रोगी को भूख-प्यास कम लगती है, वजन घट जाता है रोगी का स्प्लीन तथा लीवर बढ़ जाता है इस कारण से पेट बाहर निकल जाता है रोगी का त्वचा का रंग काला भूरी मिट्टी जैसे हो जाता है ऐसे मरीज को तुरंत अस्पताल पहुंचाए। कालाजार की जांच एवं इलाज सभी सभी सरकारी अस्पताल में मुफ्त में किया जाता है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अभय कुमार यादव ने बताया दिनांक 10-12- 2022 से 20-12-2022 तक प्रखंड के सभी गांवों में कालाजार खोज अभियान चला जाएगा इसमें सभी स्वास्थ्य कर्मी सहिया, सेविका,जेएसएलपीएस, एमपीडब्ल्यू, एएनएम आदि घर-घर जाकर कालाजार रोगी को खोजने का काम करेंगे ।कालाजार रोगी को इलाज उपरांत ₹6600 श्रम क्षतिपूर्ति राशि एवं एक सहचर को ₹500 तथा सहिया को ₹600 प्रोत्साहन राशि दिया जाता है। दाग-धब्बे वाले पी०के०डी०एल० रोगी को 84 दिन तक दवाई खाने के उपरांत रोगी को ₹4000 श्रम क्षतिपूर्ति भत्ता दिया जाएगा। प्रमुख कालिदास मरांडी द्वारा सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया गया कि कोई भी व्यक्ति जो 15 दिन से ज्यादा बुखार वाले एवं पीकेडीएल रोगी गांव में पाए जाते हैं तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग यह कर्मी को तुरंत दे। प्रमुख श्री कालिदास मरांडी ने बताया कि घर-घर कालाजार खोज अभियान दिनांक 10-12-2022 से 20-12-2022 तक चलने वाले खोज अभियान में सहयोग करने का निर्देश दिया गया। डॉ यादव ने बताया फाइलेरिया घातक बीमारी है इससे बचाव के लिए कीटनाशक छिड़काव एवं मछरदानी का उपयोग ही बचाव है। इस बैठक व प्रशिक्षण का पर्यवेक्षण जिला से आये एस०आई० श्री शंकर कुमार लाल द्वारा किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख श्री कालिदास मरांडी ने किया। इस बैठक में उप प्रमुख अर्चना देवी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अभय कुमार यादव, पंचायत समिति सदस्य दीपक कुमार साह, लुकास मुर्मू, नसीम अंसारी, राजेश्वरी टूडू, मनीला हसदा, सरताज खातून,सिमोती मरांडी, केटीएस संजय मुर्मू, एसटीएस विनोद टूडू, लिपिक नित्य कुमार पाल एवं एमपीडब्ल्यू प्रभात दास आदि उपस्थित थे।

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