जिले में शत-प्रतिशत निबंधन का लक्ष्य करें सुनिश्चित : उप विकास आयुक्त
गोड्डा : डीआरडीए स्थित सभागार में शनिवार को जिला स्तरीय एक दिवसीय जीवनांक संबंधी प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत उप विकास आयुक्त गोड्डा संजय सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा मनोज कुमार सहित अन्य गणमान्य के द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त गोड्डा के द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 के तहत देश भर में शत-प्रतिशत निबंधन का लक्ष्य प्राप्त करना सुनिश्चित किया गया है इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए व्यक्ति, परिवार, समाज देश हर स्तर पर विशेष प्रयास की आवश्यकता है इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए गैर सरकारी संस्थानों स्वयंसेवी संगठनों की भूमिका अहम होगी। इस प्रशिक्षण के माध्यम से जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रेशन अधिनियम की जानकारी दी जा रही है। ताकि सही तरीके से जन्म एवं मृत्यु का रजिस्ट्रेशन किया जा सके।
कार्यक्रम में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी के द्वारा जन्म-मृत्यु के रजिस्ट्रेशन के संबंध में जानकारियां प्रदान की गई। सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी विश्वनाथ झा एवं कंप्यूटर ऑपरेटर ज्ञानेंद्र कुमार ठाकुर के द्वारा प्रशिक्षण में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उक्त कार्यक्रम में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी के द्वारा कहा गया कि जन्म मृत्यु का निबंधन अति आवश्यक है, परिवार में हुए जन्म मृत्यु की सूचना 21 दिनों के अंदर अपने पंचायत या नगर परिषद कार्यालय में देकर निबंधन कराएं एवं नि:शुल्क प्रमाण पत्र पाए। इस कार्य हेतु अपने क्षेत्र की आंगनवाड़ी सेविका, सहिया की भी सहयोग ली जा सकती है। 21 दिनों के बाद विलंब शुल्क के साथ निबंधन का भी प्रावधान है सरकारी अस्पताल में घटित जन्म या मृत्यु का प्रमाण पत्र उसी सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क प्राप्त किया जा सकता है। सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी के द्वारा विस्तार पूर्वक जन्म मृत्यु अधिनियम 1969 एवं झारखंड जन्म और रजिस्ट्रेशन नियमावली 2009 अधिसूचना का विस्तार पूर्वक विवेचन किया गया। जन्म मृत्यु संबंधी सभी प्रकार के प्रपत्र की सही-सही भरने का प्रशिक्षण दिया गया प्रशिक्षण सत्र में कंप्यूटर ऑपरेटर ज्ञानेंद्र ठाकुर के द्वारा सीआरएस पोर्टल में जन्म-मृत्यु निबंधन एवं प्रमाण पत्र निर्गत करने की सारी विधि विस्तारपूर्वक बताया गया। उक्त प्रशिक्षण सह कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, उपाधीक्षक सदर अस्पताल गोड्डा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी पंचायत सचिव एवं संबंधित कार्यालय कर्मी गण मौजूद थे।