दुमका:दुमका झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार दुमका के आदेशानुसार आज दिनांक 04-01-23 को “विश्व ब्रेल दिवस” के अवसर पर प्राधिकार के सचिव विश्वनाथ भगत ने दुमका जिला के नेत्रहीन आवासीय विद्यालय हिजला में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। वहां के नेत्रहीन और दृष्टि बाधित छात्रों के लिए मानवाधिकारों की पूर्ण प्राप्ति में संचार के साधन के रूप में ब्रेल लिपि के महत्व के बारे में समझाया, उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में करीब एक अरब विकलांग व्यक्तियों की सामान्य परिस्थितियों में भी स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा तथा रोजगार नहीं हो पाती है नेत्र हीनता की स्थिति में इन लोगों के अधिकार और मूलभूत जरूरतें पूरी नहीं हो पाती है जिसके कारण इन लोगों को आजीवन समानता, खराब स्वास्थ्य आदि का सामना करना पड़ता है उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि भारत सरकार ने सभी विकलांग व्यक्तियों के लिए नौकरियों के लिए एक कोटा आरक्षित किया है उम्मीदवारों को उनकी उम्र विकलांगता और शिक्षा के आधार पर पद के लिए चुना जाता है दृष्टिहीनता या किसी अन्य शारीरिक अक्षमता का मतलब प्रतिभा या कौशल की कमी नहीं है, हालांकि रास्ते में आने वाले सभी कठिनाईयो के बावजूद जीवन को नेविगेट करने की क्षमता, साहस और दृढ़ संकल्प दर्शाती है कि आपको जीवन बनाने और जीवन में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने लोगों को दिव्यांगजन अधिनियम 2016, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के कार्य एवं सूचना का अधिकार अधिनियम का ब्रेल प्रिंट के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया। आगे बताते चलें कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में पैरा लीगल वालंटियर द्वारा भी ब्रेल दिवस के अवसर पर अपने अपने क्षेत्रों में कार्यक्रम करवा कर दिव्यांगजन एवं दृष्टि बाधित लोगों को जागरूक किया।


