राजकुमार भगत
पाकुड़। जिले में मिजिल्स रुबैला संक्रमण की रोकथाम के लिए 12 अप्रैल से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल एवं डॉक्टर मनीष कुमार ने बताया कि मिजिल्स रूबैला के उन्मूलन के लिए प्रथम दो सप्ताह सभी स्कूल में, फिर दो सप्ताह आंगनवाड़ी में और एक सप्ताह छूटे हुए बच्चो को टीका लगाया जायेगा। इसके सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, सभी पंचायती राज संस्थान एवं एनजीओ आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहे हैं। खसरा और रूबैला बीमारी को लेकर सभी प्रखंडों में प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डॉ मनीष कुमार ने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है। 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को यह टीका लगाया जाएगा। अगर बच्चे ने पहले भी टीका लिया है तो भी उसे टीका दिया जाएगा। कहा खसरा रोग के सफाई तथा रूबैला को नियंत्रित करने के लिए बच्चों को यह टीका दिया जाना अत्यंत आवश्यक है। खसरा रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। बच्चों को यह टीका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जाएगा।
क्या है रूबैला संक्रमण
सिविल सर्जन ने बताया कि रूबैला एक संक्रामक रोग है। यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे होते हैं, यह लड़के या लड़की दोनों को प्रभावित करता है। रोग ग्रस्त व्यक्ति के खांसने या छींकने से यह रोग दूसरे लोगों में काफी तेजी से फैलता है अतः इसकी बचाव के लिए एकमात्र उपाय टीका दिलाना है।

