धीरेन साहा
महेशपुर केवीके में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर इफको पाकुड़ द्वारा किसान सभा का अयोजन किया गाया. किसान सभा में किसानों को इफको नैनो यूरिया एवं इफको नैनो डीएपी कि जानकारी दी गई. बताया गया कि खरीफ माह किसान अपने फसल किस प्रकार खाद का प्रबंधन करने की जानकारी दी गई. इफको के मार्केटिंग ऑफिसर नवीन राय द्वारा नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी किस प्रकार किसान के हित में है. और पर्यावरण के अनुकूल व लागत कम, लाभ जायदा है. इसको लेकर किसानों को जागरूक की गई. नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी एक नैनो फॉर्म प्रदार्थ है एक दाना दानेदार यूरिया के मुकाबले 55000 हिस्सा छोटा है. जो फसल पर स्प्रेयर के माध्यम से फसल के लीफ पर पड़ता है. और 90 प्रतिशत से जायदा लीफ सोख लेता है लेकिन दानेदार यूरिया मिठी में पड़ता है. साथ हु फसल मात्र 20/25 प्रतिशत ले पाता है. बाकी के सब बेकार हो जाता है. बताया कि नैनो यूरिया का प्रयोग फसल में 20 से 25 दिन के अंदर पहला स्प्रै होगा. दूसरा स्प्रे ठीक 45 से 55 दिन बाद होगा. इफको नैनो यूरिया एवम नैनो डीएपी प्रदर्शन दिखाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र में इफको ने इफको नैनो यूरिया का ट्रायल लगाया गया. बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र में जो ट्रेल लग रहा है. मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार, मृदा वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार, सुरेंद्र सिंह मुंडा, मदन मोहन मिश्रा, राहुल भट्टाचार्य, कोर्नेल हेम्ब्रम सहित अन्य मौजूद थे।