सतनाम सिंह
पाकुड़-पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला के धुलियान अंचल क्षेत्र के संत मार्गरेट कान्वेंट इंग्लिश मीडियम स्कूल में निर्धनों के बीच कम्बल वितरण सह सूखा राशन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पाकुड़ के चर्चित समाजसेवी लुत्फुल हक मौजूद थे।श्री हक ने लगभग पांच सौ गरीबों के बीच कम्बल वितरण एवं सूखा राशन वितरण किया।कार्यक्रम में समशेर गंज थाना प्रभारी बिजन रॉय, भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव कल्याण कुमार मुखोपाध्याय, फादर एंथोनी मंडल,पाकुड़ के समाजसेवी मंजीत लाल,पंकज भगत,निर्मल टेबरिवाल,जंगीपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता रबीउल आलम, सिस्टर जोइशी,डॉक्टर पीटर, हाजिकुल आलम आदि मौजूद थे। लुत्फुल हक ने अपने संबोधन में कहा की जब मेरे पास परिवार को दो वक्त का भोजन कराने के लिए रुपये नही थे,उस दौरान काफी मुश्किल घड़ी में भी अपने परिवार को संभाला।आज खोदा ने मुझे बहुत कुछ दिया है और मैं गरीबों की मदद के लिए सक्षम भी हूँ।इसी उद्देश्य से हमने गरीबों के बीच ठंड से बचाव के लिए कम्बल और गरीबों को एक सप्ताह के लिए सूखा राशन वितरण किया जा रहा है।उन्होंने कहा फरक्का अंचल के बेनियग्राम,बहादुरपुर हाई स्कूल, रिक्रिएशन सेंटर,पोथेर साथी होटल एवं अर्जुनपुर हाई स्कूल कैम्प्स में हजारों लोगों को कम्बल और राशन का वितरण किया जा चुका है।आगे भी गरीबों के बीच इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे।उन्होंने कहा गरीबों के आंखों में खुशी देखकर मेरा दिल भी खुश होता है,शांति मिलती है।वे कहते हैं खाली हाथ आये हैं और खाली हाथ इस दुनिया से चले जायेंगे।लुत्फुल हक कहते हैं तेरी नेकी का लिबास ही
तेरा बदन ढकेगा ए बन्दे,सूना है उपरवाले के घर कपड़ों की दूकान नहीं होती।इस लिए कहा जा सकता है,आदमी वह नहीं जो चेहरे से दीखता है,आदमी वह है जो सोच से दीखता है।उल्लेखनीय है कि लुत्फुल हक द्वारा कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन,गैस,राशन,मास्क,सेनिटाइजर आदि का वृहत पैमाने पर वितरण किया जा चुका है।