बजरंग पंडित
पाकुड़- गरीबों का दर्द वही देख सकता है,जान सकता है, जिसने गरीबी देखी हो।जो सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुआ,ऐसे लोग गरीबों की नहीं सोच सकता और न ही गरीबों के बारे में कुछ कर सकता है। उपरोक्त बातें पाकुड़ के चर्चित समाजसेवी लुत्फुल हक ने पश्चिम बंगाल के फरक्का स्थित पोथेर साथी होटल में आयोजित कंबल वितरण और भोजन कार्यक्रम में कही। उक्त कार्यक्रम लुत्फुल हक द्वारा फरक्का शहर के टोटो चालक,ऑटो चालक, ठेला चालक और निर्धन गरीब मजदूरों के बीच कंबल वितरण और भोजन कार्यक्रम किए गए थे।लुत्फुल हक ने लगभग ढाई सौ चालकों को भोजन भी कराया और उनलोगों के बीच कंबल भी वितरण किया। उल्लेखनीय है कि लुत्फुल हक द्वारा पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला अंतर्गत फरक्का थाना क्षेत्र के बेनियाग्राम,बहादुरपुर हाई स्कूल और रिक्रिएशन सेंटर में अलग अलग हजारों निर्धन और गरीबों के बीच कंबल और राशन का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया हमने गरीबी को बहुत ही नजदीक से देखा है।गरीब और गरीबों का दर्द को मैं जान सकता हूं।इसलिए गरीबों को कभी भुलाया नही जा सकता।
जब टोटो चालक के छलक पड़े आंसू….
पोथेर साथी होटल में आयोजित कंबल वितरण कार्यक्रम में जब समाजसेवी लुत्फुल हक ऑटो चालकों के बीच कंबल वितरण कर रहे थे तो उस दौरान एक टोटो चालक के आंख से आंसू छलक पड़े। इस पर समाजसेवी लुत्फुल हक ने ऑटो चालक के कंधे पर हाथ फेरते हुए कहा कि मैं गरीब की दर्द को समझ सकता हूं। जब भी कोई जरूरत पड़े तो मुझे जरूर याद करें मैं आपके साथ खड़ा मिलूंगा।