BDO और विधायक को आवेदन दिए 4 वर्ष हों चुके लेकिन गांव को पक्की सड़क ना मिला।
धनंजय साहा, संवादाता
पाकुड़: जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के करनघाटी(झरनाटोला) गांव की यह समस्या है इस टोले में मौजूद लोग बगल के बिचामहल से आकर यहां 25 वर्षों से यहां रह रहें हैं लेकिन अभी तक इस गांव को एक पक्की सड़क ना मिला पहले 15 वर्ष तो पूरी कच्ची सड़क कीचड़ में चलकर पार किए उसके बाद रोड़ी पत्थर मोहरम मिट्टी वाला ग्रेट1 सड़क बना लेकिन ग्रेट 1 सड़क बने 10 वर्ष हो चुके हैं तो फिर भी आज तक करणघाटी के झारनाटोला में पक्की सड़क नहीं बना 15 वर्ष तो कीचड़ में चलकर पार किया लेकिन अब इस गांव के लोगों को कीचड़ और नुकीले पत्थरों में चलना पड़ता है बात करने से पता चला कि यहां की बहू बेटी इस कीचड़ और नुकीले पत्थर वाली सड़क से पानी लाने जाती है तो वह लोग सड़क में ही फिसल कर गिर जाती है फिर गांव वालों से पूछताछ करने से पता चला कि समस्या से परेशान गांव के लोग पहले अपने नजदीकी जनप्रतिनिधि को अपनी समस्या से अवगत कराया वार्ड, मुखिया को अपने दुख तकलीफ बताया लेकिन यह लोगों से किसी प्रकार की मदद नहीं मिलने पर गांव के लोगों ने 4 वर्ष पहले लिट्टीपाड़ा के BDO और विधायक को आवेदन देकर समस्या से अवगत कराया लेकिन 4 साल बीत गया अभी तक इस गांव को एक पक्की सड़क ना मिला फिर गांव वालों से पूछने पर यह बताया कि इस समस्या का निदान नहीं होने पर विधायक दिनेश मरांडी के पास एक दर्जन बार जाया गया लेकिन विधायक हर बार अलग-अलग तरह के बहाने सुनाएं अंतिम बार JMM के विधायक दिनेश मरांडी इस तरह की भाषा का प्रयोग किए जो बिल्कुल एक जनप्रतिनिधि के लिए शोभा नहीं देता कि आपके गांव वोट लेने नहीं जाएंगे आपके गांव के वोट से नहीं जीते हैं तो इस तरह के जनप्रतिनिधि होते हैं आज के समाज में तो फिर ऐसी गांव की समस्या कैसे ठीक होगी।
जनप्रतिनिधि और सभी अधिकारियों को मिलकर इस गांव की समस्या पर ध्यान देना चाहिए।