रामगढ़। रामगढ़ शहर के बीचो-बीच से रोजाना ट्रैफिक पुलिस के आंखों के सामने से दर्जनों खतरनाक सरिया लोड वाहन खुलेआम सड़कों पर सरपट दौड़ती है किंतु अफसोस की बात है ना ही इसे ट्रैफिक पुलिस रोकती है और ना ही इसका विरोध आम आदमी करती है। जबकि समय-समय पर इन खतरनाक वाहनों के कारण दुर्घटना की खबरें आती रहती है। गौरतलाप है कि झारखंड में अभी सड़क सुरक्षा सप्ताह जारी है किंतु यह धरातल पर पूरी तरह से नाकाम नजर आ रही है। सड़क सुरक्षा के नाम पर केवल आम नागरिकों को हेलमेट चेकिंग के नाम पर रोक कर जुर्माना काटा जाता है जबकि इन खतरनाक वाहनों को खुलेआम सड़कों पर दौड़ते दिया जाता है। जबकि मोटर वाहन एक्ट में ऐसे वाहनों पर जुर्माने का प्रावधान है। ऐसे वाहन जिला प्रशासन की नजरों के सामने से गुजरती है। जब बाइक चेकिंग के नाम पर जुर्माना लगाया जाता है तो जनता द्वारा इन मुद्दों को नहीं उठाया जाता है और ना ही ट्रैफिक के अधिकारियों एवं जवानों से इस संबंध में कोई सवाल किया जाता है। अब देखना है कि इन खतरनाक वाहनों पर जिला उपायुक्त रोक लगाते हैं की नही।
