पाकुड़/अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र की एक युवती ने एक निजी कंपनी (बीजीआर) में कार्यरत 41 वर्षीय कर्मचारी कृष्णा पाल पर आरोप लगाते हुए थाना में शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि कृष्णा, अपने दो सहकर्मियों के साथ पिछले छह महीनों से युवती के घर आता-जाता रहा। इस दौरान कृष्णा ने विश्वास जीत कर युवती को अपने साथ संबंध बनाने के लिए प्रेरित किया। युवती के अनुसार, 27 मई को कृष्णा ने अपने सहयोगियों की मदद से उसे बाजार स्थित एक किराए के मकान में ले जाकर उसकी मांग में सिंदूर भरा और पति-पत्नी की तरह साथ रहना शुरू किया। इसके बाद 30 मई को दोनों ने पाकुड़ कोर्ट जाकर विवाहनामे से संबंधित शपथपत्र और भविष्य की आर्थिक सुरक्षा से जुड़े एक अन्य शपथपत्र पर हस्ताक्षर किए।हालांकि, पीड़िता का दावा है कि शादी के कुछ ही दिन बाद कृष्णा का व्यवहार बदल गया और 4 जून को वह बिना किसी सूचना के उसे छोड़कर चला गया। जब वह रात तक वापस नहीं लौटा और संपर्क भी नहीं हुआ, तो युवती ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे परिजनों के सुपुर्द किया। 10 जून को युवती ने आरोपित के खिलाफ थाने में आवेदन देकर न्याय की मांग की। उसने अपने आवेदन के साथ दो शपथपत्र, फोटो, और मोबाइल चैटिंग के स्क्रीनशॉट भी बतौर साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं। इस बीच, आरोपी पक्ष द्वारा सामाजिक समझौते और आर्थिक समाधान की भी कोशिश की गई, परंतु पीड़िता और उसके परिजन अपनी कानूनी मांग पर अडिग रहे। पीड़िता ने 11 जून को पाकुड़ जाकर एसपी से मुलाकात कर अपनी बात रखी। एसपी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। थाना प्रभारी अनुप रोशन भेंगरा ने पुष्टि की कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जाएगी और आरोप सिद्ध होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
