जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने आयोजित किया अहम सत्र, न्यायिक अधिकारियों ने साझा किए अनुभव।
पाकुड़ | जिले में चल रहे 90 दिवसीय मध्यस्थता अभियान को गति देने के लिए शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पाकुड़ की ओर से रेफरल न्यायाधीशों और मध्यस्थ अधिवक्ताओं के लिए एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव रूपा बंदना किरो ने की, जबकि कार्यक्रम की निगरानी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा अध्यक्ष शेषनाथ सिंह के दिशा-निर्देशन में की गई। प्रशिक्षण में मध्यस्थता प्रक्रिया के विभिन्न चरणों, उसकी उपयोगिता और न्याय प्रणाली में इसकी बढ़ती भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही रेफरल मामलों में न्यायाधीशों की भूमिका, प्रक्रियात्मक दिशा-निर्देशों और अधिक से अधिक लोगों को मध्यस्थता से जोड़ने की रणनीतियों पर भी विचार हुआ। कार्यक्रम में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विशाल मांझी, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सदिश उज्जवल बेक, प्रभारी न्यायाधीश विजय कुमार दास समेत जिले के कई मध्यस्थ अधिवक्ता मौजूद रहे। वक्ताओं ने कहा कि मध्यस्थता एक प्रभावी, सुलभ और सस्ती न्यायिक प्रक्रिया है, जिससे पक्षकारों को शीघ्र न्याय मिल सकता है।