हम अंधेरे में जी रहे हैं, नेता वादों की रोशनी में: ग्रामीण।
चांचकी-जांकीनगर के ग्रामीणों ने कहा: नहीं सुधरी बिजली व्यवस्था, तो होगा उग्र आंदोलन
पाकुड़: पाकुड़ जिले के सदर प्रखंड में बिजली की बदहाल व्यवस्था के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा आखिरकार फूट ही पड़ा। बुधवार देर रात चांचकी, जानकीनगर, समेत कई गांवों के हजारों लोगों ने बिजली संकट को लेकर पाकुड़-धुलियान मुख्य सड़क को जाम कर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बिजली विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और सरकार के 24 घंटे बिजली देने के दावों को खोखला बताया।
रातभर फंसे रहे वाहन, ट्रक चालकों और यात्रियों की परेशानी चरम पर
सड़क जाम की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश इतना तीव्र था कि बातचीत से समाधान नहीं निकल सका। सड़क पर पत्थर लदे सैकड़ों ट्रक और सवारियों से भरे वाहन घंटों तक फंसे रहे। भीषण गर्मी और उमस के बीच राहगीरों की तकलीफें कई गुना बढ़ गईं। जाम के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा।
8 घंटे भी नहीं मिल रही बिजली, बच्चों की पढ़ाई और कारोबार ठप — ग्रामीण
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि भीषण गर्मी के इस मौसम में बमुश्किल 6-8 घंटे बिजली मिल पा रही है। इससे बुजुर्ग, बच्चे, दुकानदार और किसान सभी बेहाल हैं। बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है और दुकानदारों का व्यापार ठप पड़ गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर बिजली आपूर्ति में जल्द सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन अनिश्चितकालीन रूप लेगा।
प्रशासन की पहल से खुला जाम, बीडीओ और थाना प्रभारी ने की समझाइश
गुरुवार सुबह सदर प्रखंड के बीडीओ समीर अलफ्रेड मुर्मू और थाना प्रभारी संजीव कुमार झा जाम स्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उनकी मांगें सुनीं और बिजली विभाग के अधिकारियों से तत्काल संपर्क कर समाधान का आश्वासन दिया। करीब 9:30 बजे ग्रामीणों ने जाम हटाया।
बिजली संकट पर विभागीय बैठक जल्द — बीडीओ का आश्वासन
बीडीओ समीर अलफ्रेड मुर्मू ने कहा कि ग्रामीणों की नाराजगी जायज़ है। बिजली की समस्या को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ शीघ्र बैठक कर ठोस उपाय किए जाएंगे।
मांग 20 मेगावाट, आपूर्ति सिर्फ 8 मेगावाट— कनीय अभियंता ने बताई असली वजह
बिजली विभाग के कनीय अभियंता आशीष कुमार पटेल ने बताया कि बल्लभपुर और मालपहाड़ी फीडर को कुल 20 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन फिलहाल केवल 8 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो पा रही है। इसके चलते लोड शेडिंग करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि समस्या की जानकारी वरीय अधिकारियों को दी जा चुकी है।

