पाकुड़: व्याहुत धर्मशाला में शुक्रवार को सावन महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें व्याहुत समाज की महिलाओं ने पारंपरिक हरे वस्त्रों और साज-सज्जा के साथ पूरे उल्लास से हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत कुल देवता भगवान बलभद्र की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन और पूजा-अर्चना से हुई। इसके बाद शिव-पार्वती के भजनों की मधुर स्वर लहरियों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। सावन में झूले की परंपरा को जीवंत करते हुए महिलाओं ने झूलों पर झूलते हुए पारंपरिक गीतों का आनंद लिया। रंग-बिरंगे परिधानों में सजी युवतियों और महिलाओं ने पारंपरिक नृत्य में भी भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान अनेक सांस्कृतिक और मनोरंजक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें विजेताओं को पुरस्कार भी दिए गए। व्याहुत संघ की महिला मोर्चा अध्यक्ष रश्मि भगत ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी सावन महोत्सव का आयोजन समाज की महिलाओं को एकजुट करने और परंपरा को जीवित रखने के उद्देश्य से किया गया। इस मौके पर लीना भगत, रीना भगत, प्रमिला भगत, मधुर माला भगत, पूर्णिमा भगत, सीता देवी, मोना भगत, पुष्पा देव भगत, किरण भगत समेत बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं मौजूद थीं।
