Search

July 29, 2025 4:22 pm

रेलवे इंजन से डीजल की चोरी, गैंग का खुलासा, मास्टरमाइंड समेत 12 गिरफ्तार।

पाकुड़/साहिबगंज। गुमानी रेलवे स्टेशन और कहालगाछी गांव में लंबे समय से चल रही डीजल और पेट्रोलियम तेल चोरी के रैकेट का पर्दाफाश हो गया है। पाकुड़ और साहिबगंज जिला पुलिस तथा रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की संयुक्त कार्रवाई में इस संगठित गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो आरोपी अब भी फरार हैं।

इंजन से पाइपलाइन के जरिए खींचा गया था डीजल

मामले का खुलासा 10 जुलाई की रात हुआ, जब गुमानी रेलवे स्टेशन के लाइन नंबर-4 पर खड़ी मालगाड़ी (इंजन नं. WDG-4, 12034) से डीजल चोरी की वारदात सामने आई। रात 1:45 बजे से शुरू होकर लगभग तीन घंटे तक चले इस ऑपरेशन में इंजन से 1950 लीटर डीजल चोरी किया गया, जबकि उसमें कुल 3450 लीटर डीजल था। गिरोह ने खेत के रास्ते करीब दो किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाकर डीजल को सीधे कहालगाछी गांव में भूमिगत टैंक तक पहुंचाया। हैरानी की बात यह रही कि इंजन चालू हालत में था और ट्रेन में 53 खाली बोगियां जुड़ी थीं, बावजूद इसके चोरी का किसी को आभास नहीं हुआ।

पूछताछ से टूटा राज, सामने आया पूरा नेटवर्क

18 जुलाई को इनाउल शेख और जियाउल शेख की गिरफ्तारी के बाद मामले में तेजी आई। पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए और पुलिस को गैंग की व्यापक संरचना और कार्यप्रणाली की जानकारी मिली।

तेल पाइपलाइन से होती थी चोरी

जांच के दौरान सामने आया कि गिरोह सिर्फ डीजल ही नहीं, बल्कि पेट्रोलियम कंपनी की पाइपलाइन को पंचर कर तेल भी चुराता था। 25 जुलाई को कहालगाछी गांव में छापेमारी के दौरान सादिक शेख और एजाज शेख को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। मौके से 60 मीटर प्लास्टिक पाइप, हाइड्रोलिक मशीन, मोटरसाइकिल, टैंकर और पाइपलाइन से जुड़े उपकरण बरामद हुए।

27 जुलाई को सबसे बड़ी कार्रवाई

27 जुलाई को विशेष छापेमारी में गैंग के मास्टरमाइंड जहांगीर आलम सहित 8 अन्य आरोपी—अलमगीर आलम, अजमल शेख, शफीकुल इस्लाम, रफीक शेख, फारूक शेख, मोइनुद्दीन आलम और सलाम शेख—को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि जहांगीर पूरे रैकेट की योजना बनाता था। शफीकुल, अजमल, फारूक, मोइनुद्दीन और सलाम चोरी की प्रक्रिया को अंजाम देते थे। रफीक और अलमगीर निगरानी और ट्रांसपोर्ट का जिम्मा संभालते थे, जबकि एजाज और इनाउल रिसीविंग व सप्लाई में लगे थे। सादिक वाहन चालक की भूमिका में था।

दो आरोपी अब भी फरार

गिरोह के दो सदस्य—वसीम शेख और एक अज्ञात व्यक्ति—फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।

तीन जिलों की टीम ने मिलकर की कार्रवाई

इस पूरे ऑपरेशन को पाकुड़ व साहिबगंज पुलिस, RPF पाकुड़ और न्यू फरक्का यूनिट ने मिलकर अंजाम दिया। गुप्त सूचना, तकनीकी निगरानी और स्थानीय सहयोग के माध्यम से यह सफलता हासिल की गई। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह गिरोह कई महीनों से सक्रिय था और रेलवे व तेल कंपनियों को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा चुका है। सभी आरोपियों के बैंक खातों, मोबाइल डाटा, कॉल डिटेल और वाहनों की जांच की जा रही है। मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग को भेजने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। आरपीएफ निरीक्षक ने बताया, यह संगठित गिरोह बड़े स्तर पर ऑपरेट कर रहा था। पुलिस और RPF के समन्वय से इस नेटवर्क को तोड़ने में सफलता मिली है। आगे भी ऐसे तत्वों पर कार्रवाई जारी रहेगी।

Leave a Comment

लाइव क्रिकेट स्कोर
// for sub category under jharkhand