पाकुड़िया, हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी काँवरिया सेवा समिति के तत्वावधान में प्रखंड के सैकड़ों श्रद्धालु काँवरिया शनिवार को पश्चिम बंगाल के रघुनाथगंज-जंगीपुर स्थित गंगाघाट से गंगाजल लेकर रविवार की शाम को पैदल यात्रा के बाद पाकुड़िया पहुँचे। सैंकड़ों काँवरियों का यह जत्था “बोलबम” के जयकारों और गाजे-बाजे के साथ पूरे रास्ते वातावरण को भक्तिमय बना दिया। रास्ते में गड़बाड़ी और सलगापाड़ा में काँवरियों ने विश्राम कर फलाहार लिया, इसके बाद सभी काँवरिया जयकारों के साथ पाकुड़िया के लिए रवाना हुए। पाकुड़िया पहुँचने पर स्थानीय ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया। रात्रि विश्राम की व्यवस्था हनुमान मंदिर और राममंदिर में की गई, वहीं सामूहिक भोजन का आयोजन राममंदिर परिसर में किया गया, जिसकी व्यवस्था काँवरिया सेवा समिति द्वारा की गई थी। सोमवार सुबह सभी काँवरियों ने तिरपितिया नदी में स्नान कर पाकुड़िया स्थित ऐतिहासिक शिवालय में विधिवत जलाभिषेक किया। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, जिसमें श्रावण मास की अंतिम सोमवारी पर पाकुड़िया प्रखंड के श्रद्धालु गंगाजल अर्पित करने की परंपरा निभाते हैं। काँवर यात्रा के दौरान सुरक्षा, पेयजल और संगीत व्यवस्था से लेकर श्रद्धालुओं की सेवा में स्थानीय समितियाँ और ग्रामीण पूर्ण रूप से सक्रिय रहे।

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