पाकुड़। सदर प्रखंड में सार्वजनिक वितरण प्रणाली और विद्यालयों के लिए भेजे जाने वाले अनाज की सप्लाई में बड़ा खेल सामने आ रहा है। एफसीआई गोदाम से डीलरों और स्कूलों को बिना तौले ही अनाज की बोरियां दी जा रही हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हर बोरी में 3 से 4 किलो तक अनाज कम निकल रहा है। और दूसरी तरफ स्थानीय सूत्रों के अनुसार, डीलर प्रत्येक लाभुक को एक किलो तक अनाज कम देकर अपनी जेब भर रहे हैं। कई लाभुकों ने इसकी शिकायत भी की, लेकिन कार्रवाई के बजाय जिम्मेदार पदाधिकारी एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ने में जुटे हैं। सोमवार को स्थानीय संवाददाता जब एफसीआई गोदाम पहुंचे तो देखा कि डीलरों और नवादा स्कूल को बिना तौले ही बोरियां दी जा रही थीं। अनाज वितरण कर रहे कर्मी ने स्वीकार किया कि वे गोदाम प्रभारी के निर्देश पर ऐसा कर रहे हैं। वहीं गोदाम प्रभारी का तर्क था कि 50-51 किलो के एवरेज में बोरी दी जाती है, जबकि सूत्रों का कहना है कि वास्तविक वजन 46-47 किलो ही है। मौके पर तौल मशीन भी नहीं मिली।
कुछ दिन पहले डीलर और मदरसा शहबाजपुर ने भी कम अनाज मिलने की शिकायत की थी। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि गोदाम में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और गड़बड़ी पर लगाम लगाई जा सके।
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