मुफस्सिल थाना क्षेत्र में शराब, ड्रग्स और लॉटरी के बढ़ते जाल पर जताई चिंता, की चार सूत्रीय कार्रवाई की मांग।
बजरंग पंडित
पाकुड़: पाकुड़ की सीमांत ज़मीन पर एक और सामाजिक संकट चुपचाप पाँव पसार रहा है — नशे, लॉटरी और अवैध शराब का फैलता कारोबार। इस खतरनाक साजिश के खिलाफ अब आवाज़ उठाई है पूर्व एनडीए प्रत्याशी अजहर इस्लाम ने, जिन्होंने 2024 के विधानसभा चुनाव में पाकुड़ से 69,738 मतों के साथ दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी।शुक्रवार को अजहर इस्लाम ने डीसी पाकुड़, एसपी, एसडीपीओ और मुफस्सिल थाना प्रभारी को एक लिखित शिकायत पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने मुफस्सिल थाना क्षेत्र में फल-फूल रहे नशे, ड्रग्स और लॉटरी जैसे अवैध कारोबार पर गंभीर चिंता जताई है।पत्र की आत्मा सिर्फ आंकड़े नहीं, सामाजिक सरोकार है
पत्र महज़ एक औपचारिक शिकायत नहीं है, बल्कि समाज के एक जागरूक प्रतिनिधि की गूंजती चेतावनी है। अजहर ने लिखा है कि लॉटरी और नशे का यह कारोबार गरीब मजदूर वर्ग को निगल रहा है, जो दिनभर की मेहनत से कमाए 400-500 रुपये तक गंवा रहे हैं।उन्होंने साफ तौर पर कहा कि “यदि समय रहते इस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाली पीढ़ियाँ बर्बाद हो जाएंगी।”
चार सूत्रीय मांग पत्र में 1. पूरे नेटवर्क की सघन जांच कराई जाए।,2. शराब और ड्रग्स कारोबारियों पर निर्दयतापूर्वक कार्रवाई हो।,3. स्कूलों व मोहल्लों में नशा विरोधी जागरूकता अभियान चलाया जाए।,4. लॉटरी के सभी अड्डों को बंद कर दोषियों पर कानूनी शिकंजा कसा जाए। जैसे मांगे रखी गई है।
नशे के खिलाफ लड़ाई को बताया सामाजिक आंदोलन
पत्र में अजहर इस्लाम ने खुद को सिर्फ एक पूर्व प्रत्याशी नहीं, बल्कि “जनता का जिम्मेदार प्रतिनिधि” बताया है और स्पष्ट किया है कि यह कदम उन्होंने किसी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि समाज को इन अंधेरों से निकालने के लिए उठाया है।
प्रशासन की अगली चाल पर टिकी निगाहें
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस चेतावनी को गंभीरता से लेगा? या फिर यह शिकायत भी फाइलों की धूल में खो जाएगी? जिस तरह से नशा अब स्कूलों और बस्तियों तक पहुँच चुका है, वहां प्रशासन की चुप्पी भविष्य के लिए एक विनाश का संकेत हो सकती है।
Related Posts

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए पाकुड़िया में टास्क फोर्स की बैठक
