पाकुड़. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर पूरे जिले में भक्ति और उत्साह का माहौल है। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। शहर के कालीभषाण पोखर स्थित इस्कॉन मंदिर में विशेष तैयारियां की गई हैं। यहां सुबह 4:30 बजे मंगल आरती के साथ दो दिवसीय उत्सव की शुरुआत हुई। भजन-कीर्तन से गूंजते मंदिर में शाम को संध्या आरती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम और बच्चों द्वारा कृष्ण भक्ति पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। इस्कॉन मंदिर के जनरल मैनेजर सत्यवाहक गुरदास ने बताया कि जन्माष्टमी उत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। शनिवार और रविवार को होने वाले कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। वहीं, दूधनाथ मंदिर में पिछले 60 वर्षों से झूलन महोत्सव की परंपरा जारी है। पंडित सुमेश मिश्रा ने बताया कि भादो एकादशी से शुरू होने वाला यह महोत्सव श्रीकृष्ण जन्म के बाद जन्मोत्सव के साथ संपन्न होता है। ठाकुरबाड़ी मंदिर के पुरोहित भारतेंदु त्रिवेदी ने जानकारी दी कि करीब 300 वर्षों से यहां जन्माष्टमी मनाई जा रही है और जिले में इसकी शुरुआत भी यहीं से हुई थी। जन्माष्टमी को लेकर बाजारों में भी रौनक देखने को मिल रही है। नंदगोपाल के वस्त्र, माखन और मिठाइयों की खरीदारी में लोग जुटे हैं। देर रात श्रद्धालु श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का साक्षी बनेंगे।


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