अंधेरे-झाड़ियों का सहारा लेकर फरार हुए अन्य आरोपी, DRM का आदेश भी कागजों तक सीमित।
पाकुड़। रेलवे यार्ड से चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार की आधी रात पाकुड़ मालागुदाम रोड स्थित सिंक लाइन यार्ड में चोरी करने घुसे चार युवकों में से तीन को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) पाकुड़ और बर्दवान सीआईबी टीम ने संयुक्त कार्रवाई में दबोच लिया। हालांकि 3–4 आरोपी अब भी फरार बताए जा रहे हैं। गिरफ्तार युवकों की पहचान रवि राय (कैलाश नगर निवासी, पूर्व में भी चोरी के मामले में जेल जा चुका है), विजय बागती (बागतीपाड़ा निवासी) और अभिराम राय (रेल कॉलोनी, बागतीपाड़ा निवासी) के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे चोरी की गई सामग्रियों को भंगड़ी दुकानदारों को बेचकर उससे नशे का सामान खरीदते थे। जानकारी के मुताबिक, आधी रात करीब 12 बजे चार युवक चोरी करने के लिए यार्ड में घुसे थे। गश्ती कर रही टीम ने एक आरोपी को मौके पर ही दबोच लिया, जबकि बाकी अंधेरे और झाड़ियों की आड़ लेकर भाग निकले। सुबह तक दो अन्य को भी पकड़ लिया गया। गिरफ्तार तीनों को रेलवे कोर्ट भेज दिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर यार्ड की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए है, परिसर में रात में लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे पूरा इलाका अंधेरे में रहता है। चारों ओर घना जंगल और झाड़ियां उग आई हैं, जहां अपराधियों को छिपने और भागने में आसानी होती है। यार्ड की छोटी-छोटी दीवारें आसानी से पार की जा सकती हैं, जिससे बाहरी लोग बिना रोक-टोक अंदर घुस जाते हैं। दबी आवाज में कई रेलवे स्टाफ एवं स्थानीय लोगों ने बताया कि जब भी DRM पाकुड़ दौरे पर आते हैं, तो वे दीवारों को ऊंचा करने और उन पर कंटीली तार लगाने का निर्देश देते हैं। मगर अब तक ये आदेश सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं। यार्ड में लोहे, इंजन के पुर्जे और अन्य कीमती सामान खुले में रखे रहते हैं। सुरक्षा इंतजाम नदारद होने से चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। लोगों का कहना है कि यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो रेलवे को बड़े पैमाने पर नुकसान झेलना पड़ सकता है।