ओवरलोडिंग पर कड़ा रुख, बिजली संकट को बताया सबसे बड़ी चुनौती, झारखंड सरकार से समाधान के लिए बातचीत।
बजरंग पंडित
पाकुड़। हावड़ा डिवीजन के नवनियुक्त मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) विशाल कपूर ने शनिवार को पदभार संभालने के बाद पहली बार पाकुड़ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्टेशन परिसर, यात्री सुविधाओं और रखरखाव की व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण के बाद डीआरएम कपूर ने साफ कहा कि यात्री सुविधाओं में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था और रखरखाव को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। ओवरलोडिंग पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा – यह हावड़ा डिवीजन का गंभीर मुद्दा है और यात्रियों की सुविधा की दृष्टि से बेहद अहम है। इस पर सख्ती से नियंत्रण हमारी प्राथमिकता है। लिफ्ट और एस्केलेटर बंद रहने की वजह बताते हुए डीआरएम ने खुलासा किया कि बिजली संकट पाकुड़ की सबसे बड़ी चुनौती है। एक महीने में 288 बार बिजली बाधित हुई है, जिससे उपकरण प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर झारखंड सरकार के ऊर्जा विभाग के उप मुख्य सचिव से बात हुई है और स्थायी समाधान की मांग की गई है।
डीआरएम ने भरोसा दिलाया कि रेलवे यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव कदम उठाएगा और जल्द ही सुधार देखने को मिलेगा। उनका यह दौरा हावड़ा मंडल के सभी स्टेशनों के क्रमवार निरीक्षण का हिस्सा है।