पाकुड़। राधा अष्टमी के पावन अवसर पर रविवार को इस्कॉन मंदिर में दिनभर धार्मिक उल्लास छाया रहा। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी। मंगल आरती, भजन-कीर्तन और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के बीच श्रीराधा रानी का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पुरोहित प्रभु सत्यवाद ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद भाद्र मास शुक्ल पक्ष की अष्टमी को श्रीराधा रानी का अवतरण हुआ था। इसी कारण हर वर्ष इस तिथि को राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। मंदिर परिसर में सुबह से देर शाम तक भक्तों का तांता लगा रहा। राधा-कृष्ण की मनमोहक प्रतिमा के दर्शन और भजन-कीर्तन में शामिल होने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे। संध्या आरती के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया। पूरे दिन मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण में डूबा रहा।
