जिला प्रशासन की अनोखी पहल, स्वच्छता-सुरक्षा से लेकर सामाजिक जिम्मेदारी तक रखे जाएंगे खास मानदंड
पाकुड़। दुर्गापूजा 2025 इस बार सिर्फ भक्ति और भव्यता तक सीमित नहीं रहेगी। जिला प्रशासन ने पहली बार सर्वश्रेष्ठ पूजा पंडालों को पुरस्कृत करने की पहल की है। पुरस्कार 15 अक्टूबर को दिए जाएंगे।
तीन श्रेणियों—छोटे, मध्यम और बड़े—पंडालों में प्रथम से पंचम स्थान तक चुने जाएंगे। साथ ही तीन सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
मूल्यांकन की प्रक्रिया
पंडालों को अंक देने के लिए तीन स्तरीय व्यवस्था होगी—
पूजा समितियों का आत्म-मूल्यांकन (50%)
जिला स्तरीय टीम का निरीक्षण (30%)
श्रद्धालुओं की जन प्रतिक्रिया (20%) QR कोड के जरिए।
मानदंडों में शामिल
रक्तदान शिविर, टीबी मरीज गोद लेना
बायोडिग्रेडेबल सामग्री से मूर्ति निर्माण
बेटी बचाओ, पोषण माह, नशा मुक्ति जैसे जागरूकता संदेश
साफ-सफाई अभियान, डस्टबिन व साइनज
सीसीटीवी कवरेज, मेडिकल-हेल्प डेस्क
पारंपरिक संस्कृति व प्रसाद वितरण
ध्वनि-प्रकाश नियम, DJ पर रोक
ट्रैफिक, भीड़ और पार्किंग प्रबंधन आदि।
उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा—
हमारा लक्ष्य केवल पूजा की भव्यता नहीं, बल्कि स्वच्छता, सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश देना है। सभी समितियां इस पहल में उत्साह से भाग लें।

