राजकुमार भगत
पाकुड़। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पाकुड़ जिले के बाजारों में रौनक चरम पर है। श्रद्धा, नेम-निष्ठा और आस्था के इस चार दिवसीय महापर्व के स्वागत में पूरा बाजार सज चुका है। रविवार को खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जगह-जगह दुकानों पर सूप, डाला, फलों और पूजन सामग्री की खरीदारी से बाजार गुलजार रहा।
फलों और पूजन सामग्री की बढ़ी मांग
छठ पूजा में उपयोग होने वाले फलों की कीमतों में इन दिनों तेजी दर्ज की गई है। केले की कीमत ₹40 से ₹50 प्रति दर्जन, सेव ₹100 से ₹140 प्रति किलो, अनार ₹150 से ₹200 किलो, खीरा ₹40 से ₹50 किलो, पानी फल ₹60 से ₹80 किलो, और संतरा ₹130 किलो तक बिक रहा है। वहीं गोटा नारियल ₹140 जोड़ा, ईख ₹25 प्रति पीस, और डाभ नींबू ₹30 से ₹40 में बिक रहे हैं।
सूप-डाला और पूजन सामग्री की जोरदार बिक्री।
बाजार में सूप की कीमत ₹80 से ₹120, जबकि डाला (दौरा) ₹200 से ₹400 तक पहुंच गई है। मिट्टी के दिए, धूप, रोली, सिंदूर, माला, सुपारी, कच्चा हल्दी, पीतल के लोटे और गमले जैसी पूजन सामग्री की खरीदारी भी जोरों पर है। सीताफल (शरीफा) की मांग भी बढ़ गई है, जिसे छठ के प्रसाद में आवश्यक माना जाता है।
चावल और घी की कीमत में भी तेजी
अरवा चावल (कतरनी) ₹70 किलो और तुलसी मजूरी (गोविंद भोग) ₹180 किलो में बिक रहा है। वहीं गाय का शुद्ध घी ₹800 से ₹900 प्रति किलो तक पहुंच गया है।
27 अक्टूबर को और बढ़ेगी भीड़
बाजार में रविवार को सुबह से ही खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। दुकानदारों के चेहरों पर रौनक है। अनुमान है कि 27 अक्टूबर को नहाय-खाय के अवसर पर बाजारों में और भी अधिक भीड़ देखने को मिलेगी।
भक्ति और उल्लास का माहौल
पूरे जिले में भक्ति, उमंग और उल्लास का माहौल है। छठ घाटों की सफाई और सजावट का काम भी अंतिम चरण में है। महिलाएं खरना की तैयारी में जुटी हैं, जबकि घरों में छठ गीतों की मधुर ध्वनि माहौल को और भी पावन बना रही है।













