कुजू। बाल विद्या मंदिर, आरा कोलियरी के प्राचार्य रंजीत कुमार सिंह ने जीडी न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस हर साल 11 नवम्बर को मनाया जाता है। यह दिवस भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। उन्होंने स्वतंत्र भारत की शिक्षा प्रणाली की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। साथ ही उन्होंने बताया कि पहली बार यह दिवस वर्ष 2008 में मनाया गया था।

इसका उद्देश्य शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना। साथ ही समाज में शिक्षा के प्रसार और सुधार के लिए प्रेरित करना। इस दिन को स्वतंत्र भारत में शिक्षा प्रणाली की नींव रखने में अबुल कलाम के योगदान को याद करने के तौर पर देखा जाता है। इस दिवस को हर साल स्कूलों में विभिन्न रोचक और सूचनात्मक सेमिनार, संगोष्ठियों, निबंध-लेखन आदि का आयोजन करके मनाया जाता है। छात्र और शिक्षक साक्षरता के महत्व और शिक्षा के सभी पहलुओं पर विचार विमर्श करते हैं। देश भर के स्कूलों और विश्वविद्यालयों में 11 नवंबर को निबंध लेखन, वाद-विवाद और अन्य प्रतियोगिताएं होती हैं।
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