पाकुड़। झारखंड स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष पर पाकुड़ जिले में जल एवं मृदा संरक्षण को लेकर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। झारखंड राज्य जलछाजन मिशन योजना के तहत पाकुड़, हिरणपुर और लिट्टीपाड़ा प्रखंडों में जलछाजन रैली, कलश यात्रा, गौरव गाथा प्रस्तुति, जलछाजन गीत, रंगोली प्रतियोगिता और पौधारोपण जैसे आयोजन हुए। कार्यक्रमों का उद्देश्य आम लोगों में जल व मृदा संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा। रैली के दौरान “पानी है तो कल है” जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा। प्रत्येक जलाशय पर पौधारोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, तीनों प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, PIAs, जिला तकनीकी विशेषज्ञ, WDT सदस्य, जलछाजन समिति सदस्य और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। वक्ताओं ने कहा कि जल और मिट्टी का संरक्षण ही सतत विकास की असली नींव है, जिसके लिए जनभागीदारी जरूरी है। झारखंड की 25 वर्ष की विकास यात्रा में ऐसे कार्यक्रम आने वाली पीढ़ी के लिए संसाधनों को सुरक्षित रखने की दिशा में सार्थक कदम हैं।
















