हिरणपुर (पाकुड़): वीरग्राम गांव से करीब एक किमी दूरी पर खेत मे स्थित डीप बोरिंग कृषकों के लिए वरदान साबित हुआ है। जिससे खरीफ सहित रबी फसल के लिए पानी सदैव उपलब्ध हो रहा है। भूमि संरक्षण विभाग पाकुड़ द्वारा वर्ष 2024-25 में गांव के कृषक पब्लिक चार के जमीन पर करीब 3.50 लाख की लागत से डीप बोरिंग लगाया गया था। जिसमे समरसेबुल मशीन व जनरेटर भी उपलब्ध कराया गया था। शुरुवाती समय मे जनरेटर के माध्यम से पानी निकाला जाता था। इसके बाद समरसेबुल व जनरेटर को खोल दिया गया । तब से इस डीप बोरिंग से स्वतः पानी निकल रही है। जो काफी तेज गति से फव्वारा के रूप में निकल रही है। जिससे कृषकों में काफी खुशी छाई हुई है। क्षेत्र में काफी उपजाऊ जमीन रहने के कारण पूर्व में कृषक रबी फसल को लेकर निकटवर्ती नाला व पोखरा से किसी तरह पटवन कार्य करते आ रहा था। पर बीते वर्ष से इस डीप बोरिंग से अनवरत पानी निकलने से पटवन की कोई समस्या ही नही रही। इस सम्बंध में कृषक अनाथ चार , बसंत मण्डल , निवारण मण्डल , निपेन दत्ता , सुदेन यादव आदि ने बताया कि पहले रबी फसल के लिए सिचाई की कोई सुविधा नही था। नाला का पानी भी सुख जाता था। किसी तरह आंशिक रूप से गेंहू की खेती करते थे। पर इस डीप बोरिंग से हमे काफी राहत मिली है। इस पानी से इस क्षेत्र के सेकड़ो बीघा खेतो में गेंहू की खेती करने में पानी की कोई समस्या नही होगी। बहरहाल विभाग द्वारा लाई गई इस योजना से कृषकों को काफी सहयोग मिल रहा है। वही फसलों की पैदावार भी ज्यादा होगा। सभी क्षेत्रों में स्थित खेतो में यदि डीप बोरिंग की व्यवस्था कर दिया जाय तो कृषकों के लिए काफी हितकर होगा। वही कृषकों की दुगुनी आय की लक्ष्य की प्राप्ति होगी।












