ललपनिया। ललपनिया के बैंक मोड़ स्थित सेंट मैथ्यू स्कूल में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गई। विद्यालय के निदेशक, प्राचार्य एवं अन्य सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें प्रणाम कर जयंती समारोह की शुरुआत की।

इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक अक्षय कुमार सिंह ने मौजूद शिक्षक एवं शिक्षकोंओ को संबोधित करते हुए कहां की आज का दिन संपूर्ण भारत सहित झारखंड के लिए गौरव का दिन है। जहां आज एक ओर झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है तो वही मुंडा समाज एवं जनजातीय समाज में इन्हें भगवान की उपाधि प्राप्त है। भगवान बिरसा मुंडा ने अपने अल्प जीवन काल (केवल 25 वर्ष की) में भारत की स्वतंत्रता के लिए ब्रिटिश सरकार से लोहा लिया। इस दौरान उन्होंने उलगुलान का आवाहन किया। भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज पर मिशनरियों के बढ़ते नकारात्मक प्रभाव पर जल्द से जल्द रोक लगाने हेतु सभी आदिवासियों को जागरुक कर उन्हें एक रहने एवं अपने धर्म संस्कृति को बनाए रखने की अपील की। जब उस दौर में ब्रिटिश द्वारा जमींदारी नीति में परिवर्तन कर दिया गया तो जमींदारों के शोषण से पीड़ित किसानों एवं आदिवासियों को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने आंदोलन की शुरुआत की। वे मुख्य मुख्य रूप से झारखंड के चाईबासा एवं खूंटी क्षेत्र में अपने आंदोलन का बिगुल फूंका और अंग्रेजों के साथ कई लड़ाइयां लड़ी। अंग्रेज जल्द ही भयभीत हो हुए और जाल बिछाकर चाईबासा जिले के चक्रधरपुर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया और रांची स्थित जेल में कैद कर दिया। कुछ दिनों बाद सन 1900 में 9 जून की रात उनकी रहस्यमयी तरीके से जेल में ही मृत्यु हो गई। अंग्रेजों ने अपने सरकारी कागजात में कहा कि उन्हें कुछ दिनों से हैजा हो गया था डॉक्टरों की प्रयास के बावजूद भी उन्हें बचाया न जा सका। किंतु इस पर विश्वास कर पाना बिरसा मुंडा के अनुयायियों के लिए मुश्किल था। अपने 25 वर्ष के जीवन अवधि में उन्होंने आदिवासी समाज एवं राष्ट्र की सुरक्षा हेतु अनेक आर्थिक, सामाजिक एवं सुधार आंदोलन की नींव रखी। उन्होंने समाज को अंधविश्वास का खंडन, नशाखोरी की समाप्ति, शिक्षित बनने एवं एकता के साथ रहने की सीख दी। अंत में इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य पवन कुमार झा ने बताया कि आज का दिन भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के रूप में मनाई जा रही है तो वहीं झारखंड सरकार द्वारा राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने की खुशी में विशेष आयोजन के साथ भी मनाया जा रहा है। मौके पर उप-प्राचार्य मंजू पांडे, जैनुल आबेदीन, मुकेश कुमार, मीनू देवी, सरिता झा, रीता कुमारी, श्वेता कुमारी, निक्की अंजुम, सूर्य प्रकाश, जीतलाल किस्कू आदि मौजूद रहे।




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