पाकुड़ सदर प्रखंड के काशीला स्थित करीब 10 करोड़ 34 लाख की लागत से बने कोल्ड स्टोरेज में गंभीर लापरवाही सामने आई है। सरकार ने किसानों की उपज सुरक्षित रखने और बेहतर दाम दिलाने के उद्देश्य से यह सुविधा बनाई थी, लेकिन खराब रखरखाव ने ही किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान में धकेल दिया। हजारों क्विंटल आलू कोल्ड स्टोरेज में ही सड़ गए। बोरी की नियमित जांच-परख नहीं की गई, तापमान नियंत्रण में गड़बड़ी रही और केयर टेकर तथा संवेदक इफ्तिखार आलम व उनके पार्टनर की लापरवाही का सीधा असर व्यापारियों पर पड़ा, जिन्होंने अपनी सब्जियां सुरक्षित समझकर यहां जमा की थीं। सबसे गंभीर मामला बिजली आपूर्ति का रहा। दिन में 10–12 घंटे तक बिजली गायब रहती थी। ऐसे में कोल्ड स्टोरेज प्रबंधन को जरूरत पड़ने पर डीजी चलाकर तापमान बनाए रखना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। समय पर डीजी संचालित नहीं होने के कारण आलू गर्मी में गलते रहे और बड़ी मात्रा खराब हो गई। केयर टेकर का दावा है कि बिजली की कटौती ज्यादा थी और डीजी चलाया भी गया, फिर भी स्थिति नहीं संभल सकी। फिलहाल कोल्ड स्टोरेज में जमा खराब आलू दुर्गंध फैला रहे हैं और किसान–व्यापारी अपने नुकसान का हिसाब लगाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।













