पाकुड़: झारखंड-बंगाल की सीमा पर अवैध खनन को लेकर सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर लगातार शिकायतें सामने आ रही थीं। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन हरकत में आ गया है। बुधवार को एसडीओ, डीएमओ, माइनिंग इंस्पेक्टर, सीआई और अमीन की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुँचकर विस्तृत निरीक्षण किया।अधिकारियों ने बताया कि सीमा क्षेत्र दो राज्यों से जुड़ा है, ऐसे में जाँच की प्रक्रिया सावधानीपूर्वक आगे बढ़ाई जा रही है। टीम ने कहा कि—
“जाँच में जो तथ्य सामने आएंगे, उन्हीं के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”
दोनों चेकपोस्टों का निरीक्षण, वैकल्पिक मार्गों पर भी नज़र
निरीक्षण के दौरान टीम ने पथरगट्टा चेकपोस्ट और पियादापुर चेकपोस्ट का भी जायज़ा लिया। कहीं किसी अन्य साइड रोड या कच्चे रास्ते से खनन सामग्री चोरी-छिपे बाहर न ले जाई जा रही हो, इसकी भी गहन जाँच की गई। अधिकारियों ने बताया कि इस बिंदु पर विस्तृत मंथन किया जा रहा है।
चेंगाडांगा क्षेत्र पर विशेष नज़र, अतिरिक्त चेकपोस्ट का प्रस्ताव संभव
जाँच दल ने चेंगाडांगा गाँव और आसपास के इलाक़ों में भी निरीक्षण किया। प्रारंभिक आकलन के आधार पर यहाँ अतिरिक्त चेकपोस्ट स्थापित करने का प्रस्ताव भी दिए जाने की संभावना जताई गई है, ताकि सीमा क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके।अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि प्रशासन अवैध खनन पर सख्त है और शिकायतों की पुष्टि होने पर कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।


Related Posts

जीवनदीप फार्मा पर ड्रग्स निरीक्षक की सख्त कार्रवाई—‘रिपोर्ट सीधे सिविल सर्जन को’, जांच में कई अनियमितताएँ उजागर होने के संकेत।











