मंत्री दीपक बिरूआ ने दिया आश्वासन, बोले—रिपोर्ट मंगवाकर हाई लेवल कमेटी करेगी कार्रवाई
पाकुड़ विधायक निसात आलम ने गुरुवार को झारखंड विधानसभा में बरहरवा प्रखंड को साहिबगंज से अलग कर पाकुड़ जिले में शामिल करने की मांग जोरदार तरीके से उठाई। विधायक ने कहा कि बरहरवा के लोगों के लिए पाकुड़ जिला मुख्यालय ही स्वाभाविक केंद्र है, क्योंकि बरहरवा सीमा से पाकुड़ की दूरी मात्र 22 किलोमीटर है, जबकि साहिबगंज जिला मुख्यालय 72 किलोमीटर दूर पड़ता है। लंबी दूरी के कारण आम लोगों को रोजमर्रा के कामों में कठिनाई होती है। विधानसभा में विभागीय सहयोगी मंत्री दीपक बिरूआ ने विधायक की मांग पर जवाब देते हुए कहा कि विधायक उपायुक्त और कमिश्नर के माध्यम से सरकार को विस्तृत रिपोर्ट भेजवाएं। रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार हाई लेवल कमेटी गठित कर इस पर आवश्यक कदम उठाएगी। झारखंड कांग्रेस प्रदेश महासचिव तनवीर आलम ने भी कहा कि यदि बरहरवा प्रखंड को 2026 तक पाकुड़ जिले में शामिल कर लिया जाता है, तो हजारों लोगों को सीधी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच है कि विकास गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे। बरहरवा को पाकुड़ से जोड़ने से लोगों को राहत मिलेगी और कामकाज में समय तथा खर्च दोनों की बचत होगी।





