पाकुड़ जिले के लिए गर्व की बात है कि महिला नेतृत्व वाली किसान उत्पादक कंपनी (एफपीसी) गुतु गलांग कल्याण ट्रस्ट को कृषि और पोषण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार ट्रस्ट को “एग्री मार्केट लायजन एवं फॉरवर्ड लिंकेज चैंपियन अवार्ड” के रूप में नेशनल न्यूट्रिशन एवं बायोफोर्टिफिकेशन स्केलिंग वर्कशॉप, नई दिल्ली में प्रदान किया गया। कार्यशाला का आयोजन हार्वेस्टप्लस सॉल्यूशंस द्वारा किया गया था। गुतु गलांग कल्याण ट्रस्ट ने किसानों को बाजार से जोड़ने, टिकाऊ कृषि मूल्य श्रृंखला मजबूत करने और जिंक युक्त गेहूं, कैल्शियम युक्त फिंगर मिलेट, जिंक युक्त धान एवं आयरन युक्त पर्ल मिलेट जैसे बायोफोर्टिफाइड फसलों के सफल संवर्धन एवं विपणन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके माध्यम से जिले के हजारों किसान प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हो रहे हैं। एफपीसी द्वारा पीवीटीजी समुदाय के बच्चों में बायोफोर्टिफाइड न्यूट्री-कुकीज़ के वितरण के माध्यम से कुपोषण के खिलाफ भी प्रभावी कदम उठाए गए हैं। विशेष रूप से यह एफपीसी पीवीटीजी महिलाओं द्वारा संचालित है, जो महिला सशक्तिकरण और आजीविका संवर्धन का प्रेरक उदाहरण पेश करती हैं।
उपायुक्त मनीष कुमार ने ट्रस्ट की सभी कर्मठ दीदियों को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी और जेएसएलपीएस डीपीएम एवं उनकी पूरी टीम को भी बधाई दी। यह पुरस्कार न केवल गुतु गलांग कल्याण ट्रस्ट की सफलता का प्रतीक है, बल्कि पाकुड़ जिले और झारखंड राज्य के लिए भी गर्व का विषय है।





