विधानसभा के अगले सत्र में पलामू को औद्योगिक नगरी बनाने की मांग गूंजेगी – डॉ. शशि भूषण मेहता ( विधायक )
पलामू में अब नक्सली नहीं, डॉक्टर–इंजीनियर–MBA पैदा हो रहे हैं – आनंद शंकर
संजय कुमार गुप्ता
पांकी / पलामू। झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज से एफिलिएटेड सभी व्यवसायिक संगठनों की एक अहम राज्य स्तरीय बैठक आगामी 21 दिसंबर को मेदिनीनगर (डालटनगंज) में आयोजित की जाएगी। इस बैठक की अध्यक्षता पलामू चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष आनंद शंकर करेंगे। बैठक में फेडरेशन झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की पूरी कार्यकारिणी के साथ-साथ राज्य के कई जिलों के चेंबर अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय उपाध्यक्षों की भागीदारी सुनिश्चित है। बैठक में विशेष रूप से गढ़वा चेंबर ऑफ कॉमर्स और लातेहार चेंबर ऑफ कॉमर्स की सहभागिता रहेगी।
गौरतलब है कि झारखंड राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने के बावजूद पलामू प्रमंडल का औद्योगिक विकास लगभग शून्य है। इसी पृष्ठभूमि में यह बैठक आयोजित की जा रही है, ताकि पलामू की विकास संबंधी मांगों को राज्य सरकार तक मजबूती से पहुंचाया जा सके।
इससे पूर्व बुधवार को एच.एम. रिजॉर्ट में पलामू चेंबर कार्यकारिणी की एक विशेष बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता चेंबर अध्यक्ष आनंद शंकर ने की। बैठक में झारखंड चैंबर के सदस्य सह पांकी विधायक कुशवाहा डॉ. शशि भूषण मेहता तथा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष उदय शंकर दुबे विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए चेंबर अध्यक्ष आनंद शंकर ने कहा कि 21 दिसंबर को होने वाली राज्य स्तरीय बैठक का मुख्य उद्देश्य पलामू की आवाज को राज्य सरकार तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि पलामू प्रमंडल तीन विकसित राज्यों—बिहार, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश—से जुड़ा हुआ है। राज्य बने 25 साल बीत गए, लेकिन आज तक यहां एक भी बड़ा उद्योग स्थापित नहीं हो सका। जबकि हमारे सांसदों के प्रयासों से प्रमंडल की सड़क और रेल कनेक्टिविटी देश के बड़े शहरों से जुड़ चुकी है और चियांकी हवाई अड्डा से उड़ान सेवा शुरू करने की तैयारी भी अंतिम चरण में है।
आनंद शंकर ने कहा कि पलामू में बिजली की स्थिति में सुधार हुआ है, नक्सल समस्या समाप्ति की ओर है, भूमि की उपलब्धता है और कोयले का प्रचुर भंडार भी मौजूद है। इसके बावजूद यहां उद्योगों का अभाव चिंता का विषय है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “अब हमारे प्रमंडल में नक्सली नहीं, बल्कि डॉक्टर, इंजीनियर, MBA और MCA पैदा हो रहे हैं। लड़के ही नहीं, लड़कियां भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और अपने हुनर का लोहा मनवा रही हैं। इन युवाओं को रोजगार चाहिए और यह तभी संभव है जब पलामू का औद्योगिक विकास होगा।”
इस अवसर पर पांकी विधायक सह झारखंड चैंबर के सदस्य कुशवाहा डॉ. शशि भूषण मेहता ने कहा कि वे पलामू के विकास के लिए विधानसभा में चेंबर की आवाज बनेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह झारखंड के अन्य शहर औद्योगिक रूप से विकसित हो रहे हैं, उसी तरह पलामू को भी औद्योगिक नगरी बनाया जाएगा। डॉ. मेहता ने घोषणा की कि वे आगामी विधानसभा सत्र में पलामू प्रमंडल को औद्योगिक क्षेत्र घोषित करने की मांग तथा 21 दिसंबर की बैठक में लिए गए निर्णयों को पूरी मजबूती के साथ उठाएंगे।
क्षेत्रीय उपाध्यक्ष उदय शंकर दुबे ने भरोसा दिलाया कि पलामू के मुद्दों को प्रदेश स्तर की बैठकों में पूरी ताकत के साथ रखा जाएगा। वहीं, महामंत्री इंद्रजीत सिंह डिंपल ने शहर की ट्रैफिक समस्या को प्रमुख मुद्दा बताते हुए ट्रैफिक थाना को प्राथमिकता देने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि अब जब शहर नगर निगम बन चुका है, तो ट्रैफिक चालान ऑन द स्पॉट काटे जाने चाहिए, ताकि व्यवसायियों का समय बर्बाद न हो।
बैठक में उपस्थित कार्यकारिणी सदस्यों ने चिंता जताई कि निगम चुनाव नजदीक आते ही शहर में मकान-दुकान पर कब्जा, भूमि कब्जा, रंगदारी और पार्किंग ठेके के नाम पर जबरन वसूली की घटनाएं बढ़ रही हैं। कई चौक-चौराहों पर मालवाहक गाड़ियों को रोककर व्यवसायियों से अवैध वसूली की जा रही है, जो गंभीर चिंता का विषय है। सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि इस मुद्दे को भी 21 दिसंबर की राज्य स्तरीय बैठक में प्रमुखता से उठाया जाएगा।
बैठक में बड़ी संख्या में चेंबर के एग्जीक्यूटिव सदस्य उपस्थित थे। सभी ने पलामू के समग्र विकास, उद्योग स्थापना और व्यापारिक वातावरण को सुरक्षित एवं सुगम बनाने की दिशा में एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया।






