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November 22, 2024 6:36 am

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दुमका वनस्पति विज्ञान के छात्रों ने जीवाश्म पार्क मंडरो का किया शैक्षणिक भ्रमण।



संवाददाता

मंडरो,साहिबगंज।यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ बॉटनी एसपी महाविद्यालय दुमका के वनस्पति विज्ञान विभाग के विद्यार्थियों ने मंडरो जीवाश्म पार्क का शैक्षणिक भ्रमण और अध्ययन किया।दोनों विभाग के छात्र-छात्राओं ने सबसे पहले पेट्रीफाइड फॉसिल्स का निरीक्षण और उसके उत्पत्ति के बारे में समझा की यहां जो फॉसिल्स पाए जाते हैं।वह लगभग 15 करोड़ साल पुराने पेड़ पौधे, वनस्पति के विभिन्न प्रजाति के फॉसिल्स हैं।यहां पर पौधों के जीवाश्म पाए गए हैं।जो कि पेट्रीफाइड फॉर्म में प्रचुर मात्रा में है।यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ़ बॉटनी के डॉ. सूतानुलाल बोन्डया,प्रो. बास्की निरज,वनस्पति विज्ञान विभाग,एसपी महाविद्यालय दुमका के डॉ. सामवेल किस्कू,डॉ.अनिता चक्रवर्ती,डॉ. विनीता एवं महिला महाविद्यालय,दुमका के वनस्पति विज्ञान विभाग के डॉ. उमा भारती ने छात्र छात्राओं को फोसिल्स का विस्तार से इसका महत्व को समझाया। वहीं डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा की हमें वनस्पति के मनोविज्ञान को भी मानव को समझना होगा।ताकि पेड़ पौधे पहाड़ को बचाएं सुरक्षा और संरक्षण भी करें।विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने कहा की फॉसिल पार्क और राजमहल पहाड़ी शोध के लिए बड़ा केंद्र बन सकता है।उन्होंने कहा गया की राजमहल में पाए जाने वाले दुर्लभ जीवाश्म का फोसिल्स मैपिंग कर डाटा तैयार किया जा सकता है।राजमहल पहाड़ी पर पाए जाने वाले पेट्रोफाइड,इंप्रेशन और कास्ट्स क्षेत्र में पाए जाते है।फोसिल्स हमें करोड़ों साल पहले पलियोक्लाइम,हजारों जीव जंतु के प्रजाति विलुप्त हो गये है।कारण कि इकोलॉजी बायोडिवर्सिटी आदि उत्तम उदाहरण है।

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