झारखण्ड आदिवासी महोत्सव- 2023 के उद्घाटन समारोह में माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी संस्कृति को आदर की दृष्टि से देखने की जरूरत है। हमें सिर्फ जंगल में रहने वाले के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। जंगल एवं मानव विकास की कहानी हमारे पूर्वजों के पास है। जरुरत है आमजन के अन्दर आदिवासी समाज के प्रति सम्मान व सहयोग की भावना पैदा करने की है। हम आदिवासियों के लिए अपनी जमीन, संस्कृति और भाषा बहुत महत्वपूर्ण है। आदिवासी कॉम एक स्वाभिमानी कॉम है, मेहनत करके खाने वाली कॉम है। हम भगवान बिरसा, एकलव्य, राणा पूंजा की कॉम हैं। हम इस देश के मूलवासी हैं। हमारे पूर्वजों ने ही जंगल, जानवर और पहाड़ बचाया। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मैं देश के 13 करोड़ से ज्यादा आदिवासियों भाइयों-बहनों से एक होकर लड़ने एवं बढ़ने की अपील करता हूं। देश का आदिवासी समाज जाति-धर्म-क्षेत्र के आधार पर बंटा हुआ है, जबकि सबकी संस्कृति एक है। खून एक है, तो समाज भी एक होना चाहिए।

