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June 26, 2025 9:13 pm

प्याज- टमाटर ने फिर बिगड़ा गृहणियों का बजट।

राजकुमार भगत

पाकुड़। पूरे पाकुड़ जिले भर में लहसुन, प्याज और टमाटर के साथ-साथ अन्य हरे साग सब्जियों ने घर के किचन का बजट बिगाड़ दिया है। हटिया में सब्जी वालों की एकता ने लगभग हरेक चीज की कीमत काफी ऊंची रखी हुई है, प्याज ₹60, टमाटर ₹60 कुछ अन्य सब्जियों के दाम तो इससे भी ऊंचे हैं।सिर्फ आलू के दाम ही कम है जो ₹20 किलो में मिल जा रहा हैं। स्थिति यह है कि प्याज टमाटर सहित हरे साग सब्जियों की की बढ़े कीमत से लोग 1 किलो के जगह एक पाव सब्जी ले रहे हैं। और चटनी के तरह खा रहे हैं, और रही बात प्याज की तो यह बिन काटे ही ग्रहणियों के आंसू बहा रहे हैं। दुर्गा पूजा से पहले 20 से 22 रुपया बिकने वाला प्याज बढ़ाते बढ़ाते ₹60 रुपए प्रतिकिलो बिकने लगा। दुकानदारों ने बताया कम आमदनी के वजह से थोक बाजार में प्याज का रेट काफी चढ़ गया है। पाकुड़िया के संवाददाता के अनुसार दुकानदारों ने निकट भविष्य में प्याज की कीमतों में और वृद्धि की आशंका जताई। नई फसल आने पर प्याज की के कीमतों में कमी आने की उम्मीद है। पाकुड़िया राम सीता मंदिर के पास प्रत्येक दिन लगने वाली सब्जी मंडी में को प्याज आमदनी बहुत ही कम था। अन्य सब्जियों की कीमत में भी हाल के दिनों में वृद्धि हुई हैं।
टमाटर एक बार पुनः 60 रुपए किलो पहुंच गया है। कहीं कहीं शनिवार को यह 70 रुपए: प्रतिकिलो भी बिका। पाकुड़िया चौक पर सब्जी खरीद रहे आफताब अंसारी, उमेश गुप्ता, सुभाष गुप्ता अन्य ने बताया कि एक बार पुनः प्याज की कीमतों ने रुलाना शुरू करने दिया है। जानकारों की माने तो कहीं-कहीं अत्यधिक वर्षा से प्याज की फसल में कमी आई है। किंतु वर्तमान में जो प्याज मिल रहे हैं वह तो पुराने प्याज हैं और बड़े-बड़े व्यापारी जानबूझकर प्याज को अंडरग्राउंड कर देते हैं। जिससे आमदनी कम होती है और प्याज की कीमतें बढ़ जाती है। अब तो यह प्रतिवर्ष की आदत सी बन गई है। इसके लिए सरकार को जिम्मेदारी से आगे आने होंगे, बड़े-बड़े स्टॉकिस्ट के पास छापे मारने होंगे तभी प्याज के दामों में गिरावट आ सकेंगे।

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