आजादी की पहली लड़ाई का बिगुल पहाड़ियां ने फूका था, लेकिन पहाड़ियां ही मुलुभूत सुविधाओं से वंचित:–शिवचरण मालतो
प्रशांत मंडल
लिट्टीपाड़ा (पाकुड़ )मांझी विजय मरांडी स्टेडियम में गुरुवार को संथाल परगना क्षेत्र के दर्जनों गांव के पहड़ियां समुदाय एकत्रित होकर हिलएसेंबली पहाड़िया महासभा के बैनर तले 129वां सौउरिया कंट्री दिवस मनाया।जहा संथाल क्षेत्र के पहड़िया नेताओ ने पहड़िया जाति के लिए अलग सौउरिया देश का मांग महामहिम राष्ट्रपति से किया।हिलएसेंबली पहाड़िया महासभा के अध्यक्ष शिवचरण मालतो ने भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा जिस प्रकार असम राज्य को अंग्रजो ने कई टुकड़ो में बांटकर वहां के स्थानीय लोगो की मांग
को पूरा किया। उसी तरह हम लोगो को केंद्र सरकार अपना अलग सौउरिया कंट्री दे।उन्होंने कहा देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है।पर पहाड़ियां जनजाति छले जा रहे है। उनके तन में आज भी अपनी लज्जा ढकने के लिए कपड़े नसीब नही होता है।शुद्ध पेयजल नही मिलता है। पोष्टिक आहार की कमी की वजह से अलप काल मे ही पहड़ियां जाति स्वर्ग सिधार जाते है।इसलिए जब तक अलग देश पहड़ियां को नही मिलेगा, उसका विकास सम्भव नही है।अंग्रजो के शासनकाल में 1894 में सौउरिया कंट्री बनाया गया था। तब यहा के राजा पहड़िया हुआ करता था। गुलामी के खिलाप अंग्रेजो के विरोध में 1771 में पहाड़ियां ने ही पहला बिगुल फूंका था।तभी वारेंग हेस्टिंग के द्वारा 1300पहड़िया बटालियन का गठन किया था।वही सभा के मुख्य अतिथि आरबीआई के मैनेजर विक्टर मालतो ने कहा अगर हमे अपना हक नही मिला तो कुछ दिनों में पहाड़ियां समुदाय विलुप्त हो जाएगा।उन्होंने लोगो से अपने हक के लिए आगे आने का आह्वान किया ।साथ ही कहा महामहिम राष्ट्रपति के नाम 15 सूत्री मांग उपायुक्त पाकुड़ के माध्यम से भेजा जाएगा।सभा को
अखिल भारतीय आदिम जन जाति विकास समिति के अध्यक्ष पतरास मालतो, डेविड मालतो, बैजनाथ पहड़िया , धर्मेंद्र मलतो,मोतीलाल पहाड़ियां,धर्मराज पहाड़ियां, तिमोती मालतो, कमलेश्वर पहाड़ियां,शोभाकांत मालतो ने भी सम्बोधित किया।सभा मे संथाल परगना क्षेत्र के दुमका , गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़ से कई हजार आदिम जनजाति के महिला व पुरुष उपस्थित थे।