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केरल के त्रिसूर से एक अजीब मामला सामने आया है. यहां राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत आने वाले जिला बाल विकास कार्यालय में ‘निगेटिव एनर्जी’ को भगाने के लिए खास प्रार्थना आयोजित की गई. मीडिया में खबर आने के बाद जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है.
जिलाधिकारी वीआर कृष्ण तेजा ने शनिवार को उपजिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए और इसे लेकर रिपोर्ट मांगी है. जिला बाल विकास अधिकारी बिंदु ने मीडिया कर्मियों को बताया कि पिछले महीने ऑफिस आवर्स से पहले 1 मिनट की विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी. इसका मकसद कार्यालय से निगेटिव एनर्जी को दूर भगाना था.
क्यों आयोजित की प्रार्थना सभा?
अफसर के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों से उनके कार्यालय में अजीब-अजीब चीजें हो रही थीं. एक के बाद एक, संविदा कर्मचारी इस्तीफा दे रहे थे. इससे वह टेंशन में थीं और प्रार्थना आयोजित की. जिला बाल विकास अधिकारी बिंदु कहती हैं कि ऑफिस का समय खत्म होने के बाद शाम को प्रार्थना आयोजित की गई थी. मैंने किसी पर इसमें शामिल होने का दबाव भी नहीं डाला था.
DM ने दिये जांच के आदेश
समाचार चैनलों के अनुसार, संविदा पर रखे गए एक कर्मचारी ने कार्यालय प्रमुख के कथित निर्देश पर पिछले महीने एक दिन औपचारिक ईसाई पोशाक पहनी और प्रार्थना की. जिला कलेक्टरेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिलाधिकारी को मीडिया से घटना का पता चला और उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दिए.
खबर में बताया गया है कि बाल विकास कार्यालय के प्रमुख ‘इमारत के अंदर नकारात्मक ऊर्जा’ के बारे में शिकायत कर रहे थे और वह प्रार्थना सत्र की मदद से उसे दूर करना चाहते थे. उधर, जिला बाल विकास कार्यालय में काम करने वाले कई कर्मचारियों ने अधिकारी पर जबरन प्रार्थना में शामिल होने का आरोप लगाया है. अधिकारियों के मुताबिक जांच के बाद तथ्य साफ होंगे. (इनपुट-भाषा से भी)
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Tags: Kerala, Kerala Latest News
FIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 07:47 IST
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