सुस्मित तिवारी
जाहेरथान की जमीन पर सड़क निर्माण कार्य का ग्रामीणों ने जताया विरोध
हिरणपुर (पाकुड़) देवापाड़ा मौजा में निर्माण हो रहे सड़क निर्माण में जमीन की विवाद को लेकर शुक्रवार को बीडीओ टुडू दिलीप व अंचलाधिकारी मनोज कुमार की उपस्थिति में ग्रामीणों की बैठक आयोजित हुई। जिसमें जाहेरथान की जमीन में निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों ने सख्त विरोध जताया। जिसकारण बैठक बिना नतीजे के समाप्त हो गई। पीडब्ल्यूडी विभाग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत करीब छह करोड़ की लागत से देवापाड़ा पीडब्ल्यूडी पथ से पिपरजोरिया गांव तक सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसमे देवापाड़ा पीडब्ल्यूडी मुख्य सड़क के मुहान से रामाकुडा जाने वाले स्थल में स्थित जमीन दाग संख्या 305 , रकवा छह बीघा , दो कठ्ठा , तीन धुर जमीन जाहेरथान की है। जो वर्षो से खाली पड़ा हुआ है। इस कच्ची जमीन से ही लोगो का आना जाना होता था। इसके आगे करीब 200 मीटर के बाद सरकारी सड़क रामाकुडा की ओर जाती है। मुहाने पर सरकारी जमीन उपलब्ध न रहने से इस सड़क का मुख्य सड़क से मिलान नही हो पा रहा है। बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि जाहेरथान की जमीन पर हमलोग सड़क निर्माण कार्य नही होने देंगे। इसको लेकर बीडीओ व सीओ ने चुनाव को लेकर पथ को दुरुस्त रखने की बात कहने पर लिखित आश्वासन की मांग करने लगे। सीओ ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जाहेरथान जमीन में किसी प्रकार का निर्माण कार्य नही होगा। सड़क निर्माण को लेकर निकटवर्ती जमीन की अधिग्रहण को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी को लिखित आवेदन दी गई है। वही बीडीओ ने कहा कि ग्रामीणों से पुनः वार्ता कर समस्या का समाधान किया जाएगा। इस मौके पर ग्राम प्रधान रामाकुडा कालिदास किस्कु भी उपस्थित थे।
सड़क निर्माण के विरोध में ग्रामीणों ने खोद दी है जमीन
मालुम हो कि संवेदक द्वारा कथित रूप से रात को विवादित जमीन पर सड़क निर्माण किये जाने को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने जमीन को खोद दी है। जिससे दूसरे गाँवो के लोगो का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। इस स्थल पर जमीन विवाद वर्षो से चल रहा है। करीब छह वर्ष पूर्व इस सड़क का निर्माण कार्य विभाग द्वारा कराया गया था। जिसमे देवापाड़ा मौजा के ग्रामीणों की विरोध के कारण पीडब्ल्यूडी सड़क के मुहाने पर करीब 200 मीटर सड़क तक निर्माण कार्य नही हो पाया था। इस वर्ष भी निर्माण कार्य मे ग्रामीणों ने विरोध जताया है। रामाकुडा जाने वाले एक मात्र पथ रहने के कारण लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगो को वाहन से करीब सात किमी दूरी तय करके पिपरजोरिया से आना जाना करना पड़ रहा है।