पाकुड़ : जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित धरती आबा जन भागीदारी अभियान के अंतर्गत बुधवार को पाकुड़ जिले के विभिन्न प्रखंडों में जागरूकता एवं लाभ वितरण शिविरों का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य आदिम जनजाति समुदायों तक केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी पहुँचाना और उन्हें इन योजनाओं से लाभान्वित करना है।
जिले के सोनाजोड़ी (पाकुड़), धोवाडांगा (हिरणपुर), सोनाधनी एवं बांडु (लिट्टीपाड़ा), सिंगारसी (अमड़ापाड़ा), चांडालमारा एवं भेटाटोला (महेशपुर) और राजपोखर, फुलझिंझरी (पाकुड़िया) जैसे दुर्गम व आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में एक साथ शिविरों का संचालन किया गया। शिविरों में आदिम जनजातियों के परिवारों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। शिविर में उपस्थित लोगों को उनके अधिकारों, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, पोषण, शिक्षा, स्वरोजगार, बैंकिंग सुविधा, वनाधिकार, पेंशन योजना और राशन कार्ड जैसे विषयों पर जानकारी दी गई। मौके पर ही कई लाभुकों को योजनाओं से जोड़ते हुए प्रमाण पत्र, कार्ड एवं जरूरी दस्तावेज भी वितरित किए गए। प्रशासनिक अधिकारियों और समाजसेवियों की सक्रिय भूमिका से यह अभियान एक जागरूकता पर्व जैसा नजर आया। अधिकारियों ने बताया कि “सरकार की मंशा है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ बिना किसी बाधा के पहुंचे और धरती आबा अभियान उसी दिशा में एक सशक्त पहल है।”

