पाकुड़। उपायुक्त मनीष कुमार ने जिले के ग्राम पंचायतों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए आज रवींद्र भवन सभागार में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम प्रोजेक्ट प्राण और REVAMPED राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत आयोजित किया गया।
उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि ग्राम पंचायतें हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था की आधारशिला हैं और उनकी वित्तीय स्वतंत्रता ही विकसित भारत की कुंजी है। उन्होंने पंचायतों के मुखिया और सचिवों से कहा कि उन्हें केवल केंद्र और राज्य अनुदानों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि अपने स्थानीय राजस्व स्रोतों को भी मजबूत करना होगा। उपायुक्त ने विशेष रूप से सामुदायिक भवनों, सार्वजनिक शौचालयों और हाट-बाजारों से आय सृजन के नए तरीकों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पंचायतों में पारदर्शिता, जनभागीदारी और डिजिटल भुगतान के माध्यम से राजस्व संग्रहण को बढ़ाना बेहद जरूरी है। उपयुक्त राजस्व वसूली से ग्राम स्तर पर विकास कार्यों की गुणवत्ता में सुधार होगा और पंचायतें आत्मनिर्भर बनेंगी। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, अनुमंडल पदाधिकारी साईमन मरांडी, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अजय सिंह बड़ाईक और जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू ने दीप प्रज्वलित कर किया। जिले की 20 ग्राम पंचायतों के मुखिया और सचिव इस प्रशिक्षण में शामिल हुए।














