ओवरलोडिंग और ओवरस्पीड पर लगाम लगाने को लेकर आया उपायुक्त का कड़ा निर्देश
जिले में कोयला ढुलाई के कारण हो रही सड़क दुर्घटनाओं और जाम की समस्या को लेकर उपायुक्त मनीष कुमार ने गुरुवार को कोल कंपनियों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उपायुक्त ने कोल कंपनियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि अब हिरणपुर होकर कोयला लदे ट्रक नहीं चलेंगे। बैठक में BGR और DBL कोल कंपनियों को ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन की समस्याओं को जल्द सुलझाने के निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने कहा कि ट्रक चालकों द्वारा ओवरस्पीडिंग और ओवरटेकिंग पर सख्ती से रोक लगाई जाए। सभी ट्रकों में तय क्षमता से अधिक कोयला नहीं भरा जाएगा। ट्रकों के डाले में अतिरिक्त पटरा या ऐंगल नहीं लगाया जाएगा। हर ट्रक पर रजिस्ट्रेशन नंबर वाली वैध नंबर प्लेट होना अनिवार्य होगा। कोयला ढोने वाले ट्रक त्रिपाल से ढके होने चाहिए, जिससे कोयले की उड़ान से सड़क पर गंदगी और प्रदूषण न फैले।
बैठक में उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, जिला परिवहन पदाधिकारी संजय पीएम कुजुर, भू-अर्जन पदाधिकारी अजय सिंह बड़ाईक, अमड़ापाड़ा अंचलाधिकारी सहित सभी कोल कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।