एस भगत
पाकुड़ खदान पाड़ा के रूद्रनगर में पिछले चार फरवरी से महारुद्र यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। जिसका 11 फरवरी को समापन होगा। यज्ञ के पांचवें दिन रविवार को काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ यहां उमड़ रही है। सात दिवसीय महारुद्र यज्ञ को लेकर शहर में बह रही आध्यात्म की गंगा, विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं प्रतिष्ठापित की गई है । यज्ञ स्थल की परिक्रमा करने, हवन कुंड में आहुति देने और इस अवसर पर प्रतिष्ठापित देवी देवताओं की पूजा करने सुबह से शाम तक यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा । वहीं वैदिक ध्वनि और मंत्रोच्चारण से शहर का पूरा माहौल में धार्मिक हो गया है। सुबह होते की धर्म की इस महागंगाेत्री में लोग भाग लेने पहुंचने लगते हैं। शहर के दुदराज गांव से ग्रामीणों का यहां आना अनवरत जारी है। महारुद्र यज्ञ के हवन का धुआं लगाने, यज्ञ स्थल के चारो ओर परिक्रमा करने और विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा करने के लिए सुबह से शाम तक यहां श्रद्धालुओं का तांता लगता है। हरिनाम संकीर्तन, प्रवचन जारी है। खासकर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के युवक-युवतियां, महिला-पुरूष, बुढ़े और बच्चों की उत्साहपूर्वक हवन कुंड की फेरी लगाने को लेकर भीड़ उमड़ने लगी है ।


