पाकुड़िया/ सावन की पावन बेला में पूरा माहौल शिवमय हो उठा है। पाकुड़िया प्रखंड क्षेत्र से प्रत्येक दिन श्रद्धालुओं का जत्था बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए रवाना हो रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को पाकुड़िया बाजार से बोल बम के जयघोष के साथ कांवरियों का एक भव्य जत्था सुल्तानगंज के लिए रवाना हुआ। जत्थे में शामिल शिवभक्तों ने सबसे पहले पाकुड़िया स्थित बजरंगबली मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की। “हर हर महादेव” और “बोल बम” के गगनभेदी नारों के बीच पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। कंधे पर कांवर उठाए श्रद्धालु “बाबा एक सहारा है” का उद्घोष करते हुए निकले, मानो साक्षात श्रद्धा का प्रवाह बह निकला हो। शिवभक्त अरविंद कुमार ने बताया कि वे हर वर्ष कांवर यात्रा करते हैं। सुल्तानगंज की उत्तरवाहिनी गंगा से जल भरकर वह देवघर के लिए पैदल यात्रा करते हैं, जहां बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पित किया जाता है। इसके बाद वे बासुकीनाथ में भी जल चढ़ाकर शिवभक्ति में तृप्त होते हैं। अरविंद कुमार के अनुसार यह यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मिक आनंद की अनुभूति है। यात्रा मार्ग में जगह-जगह लगे सेवा शिविरों में भक्तिरस की सरिता बह रही है, जहां कांवरियों की सेवा में स्थानीय लोग तन-मन-धन से जुटे हैं। दर्जनों कांवरियों के इस जत्थे में युवाओं के साथ-साथ बुजुर्ग श्रद्धालु भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। सावन माह में कांवर यात्रा केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि श्रद्धा, भक्ति और सामूहिक ऊर्जा का जीवंत उदाहरण बन चुकी है, जो पाकुड़िया से देवघर तक आस्था की डोर में समूचे जनमानस को जोड़ती है।
