पाकुड़ जिले में पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने किसानों की उम्मीदें जगा दी हैं। खेतों में हरियाली लौट आई है और किसान जोर-शोर से धान की खेती में जुट गए हैं, अब तक 40 प्रतिशत से ज्यादा किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी है। खेतों में बिचड़ा डालकर कुछ किसान रोपाई का काम पूरा कर चुके हैं, जबकि बाकी किसान खेत की मेड़ को ठीक करने और पानी रोकने में जुटे हैं। जिन किसानों की जमीन ऊंचाई पर है, वे तेज बारिश का इंतजार कर रहे हैं ताकि उनके खेतों में भी पर्याप्त पानी भर सके। किसानों का कहना है कि अगर इसी तरह बारिश होती रही तो सिंचाई को लेकर किसी तरह की चिंता नहीं होगी। बारिश से खेतों में नमी बढ़ी है और बिचड़े की हालत भी ठीक है। मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहा तो इस बार धान की अच्छी पैदावार की उम्मीद है। किसान रामसागर यादव कहते हैं, “इंद्रदेव मेहरबान रहे तो खेतों में सोना उगाने से कोई नहीं रोक सकता। ग्रामीण इलाकों में खेती-किसानी को लेकर रौनक लौट आई है और किसान दिन-रात खेतों में मेहनत कर रहे हैं।
