मनोरम दृश्य से भरपूर डैम वनभोज के लिए उपयुक्त
राजकुमार भगत
पाकुड़। जिला मुख्यालय से लगभग 41 किलोमीटर दूर पाकुड़िया प्रखंड स्थित दुर्गापुर डैम सैलानियों के लिए एक आनंदित और रोमांचित स्थल है ।यहां पिकनिक बनाने का एक अलग ही आनंद है। यहां पहुंचते ही लोग रोमांचित हो जाते हैं। चारों ओर पहाड़ियों से घिरा और मनोरम दृश्य से भरपूर दुर्गापुर डैम आकर्षण और मनमोहक स्थल है। डैम की स्वच्छ जल दूर-दूर तक इसका नजारा देखते ही बनता है। यह एक पिकनिक स्पॉट भी हे। दूर दराज के लोग यहां घूमने फिरने आते हैं और जमकर पिकनिक मनाते हैं। अंग्रेजी नव वर्ष पर हजारों सैलानियों का यहां आना-जाना लगा रहता है। पाकुड़िया प्रखंड मुख्यालय से 21 किलोमीटर दूर प्रकृति की गोद में बसा दुर्गापुर डैम तलवा अमड़ापाड़ा दुमका रोड पर स्थित है। आपको
पकुड़िया पहुंचने के पहले तलवा से यहां जा सकते हैं। यहां आप 2000 मीटर में फैला साफ पानी का एक बड़ा झील का नजारा देख सकते हैं। इस झील में गर्मियों के समय हजारों किलोमीटर दूर से साइबेरियन पक्षियों क्रेन , लालसर , रंग-बिरंगे बुलबुल, नीलकंठ, वगुला, टिटहरी, पिपरा, उड़नतरी, हंसो का झुंड, बड़ी पुरानी मछलियां यहां आकर्षण केंद्र हैं। किंतु समय के साथ प्रवासी पक्षी अब काम आते हैं। पर्यटक स्थल के रूप में इसका विकास करने का प्रयास किया जा रहा है। बिहार बंगाल और झारखंड के कई जिलों से लोग इस छिछले झील के मनोरम दृश्य का आनंद उठाते हैं तथा पिकनिक मनाते हैं। पिकनिक मनाने के लिए बहुत ही सुंदर स्थल है। यदी आप पाकुड़ से चलते हैं तो आप पाकुड़िया पहुंचने के पूर्व तलवा के रास्ते 11 किलोमीटर दूर दुर्गापुर गांव में दुर्गापुर डैम मिल जाएंगे। यहां पहुंचने पर आपको डैम में उतरने के पूर्व बहुत ही सावधानी बरतने होंगे। डैम में कई ओर गहरे पानी है । जहां उतरना खतरनाक साबित हो सकता है। अतः कभी भी डैम में अकेले ना जाए। जहां लोग स्नान करते हैं वही आप कम पानी में स्नान करें। कहीं भी पानी में गहराई हो सकता है। यदि आप नए हैं तो नहाने की कोशिश ना करें। दूर से इसका आनंद उठाएं। नए वर्ष में यहां काफी गुलजार रहता है। कुल मिलाकर दुर्गापुर डैम देखने लायक है ।

