25 वर्ष पूर्व पढ़ चुके पूर्व छात्रों को डीसी ने किया सम्मानित।
सतनाम सिंह
पाकुड़: समय की धारा में 166 वर्षों की शैक्षणिक परंपरा को सहेजते आ रहे जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, पाकुड़ (राज+2) ने शनिवार को अपना स्थापना दिवस सह वार्षिकोत्सव उत्साह, उमंग और गरिमा के साथ मनाया। ऐतिहासिक अवसर पर विद्यालय परिसर ज्ञान, संस्कृति और रचनात्मकता के रंगों से सराबोर नजर आया।
मुख्य अतिथि उपायुक्त मनीष कुमार ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह विद्यालय केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि पाकुड़ की शैक्षणिक पहचान है। मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में यह संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नए मानक स्थापित कर रहा है। उन्होंने छात्रों से लक्ष्य तय कर अनुशासन और मेहनत के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने विज्ञान प्रदर्शनी के माध्यम से अपनी जिज्ञासा और नवाचार का परिचय दिया। लोकनृत्य, गीत और नाट्य प्रस्तुतियों ने झारखंड की सांस्कृतिक विरासत को जीवंत कर दिया। रंग-बिरंगे परिधानों, तालियों की गूंज और बच्चों की मुस्कान ने विद्यालय परिसर को उत्सव स्थल में बदल दिया। मेले में लगे फूड स्टॉल्स पर अभिभावकों और आगंतुकों की खासी भीड़ देखी गई।समारोह का खास आकर्षण 25 वर्ष पूर्व विद्यालय से पढ़ चुके पूर्व छात्रों का पुनर्मिलन रहा। ‘सिल्वर जुबली रीयूनियन’ के तहत पूर्व छात्रों ने पुरानी यादें साझा कीं और विद्यालय के विकास में सहयोग का संकल्प लिया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षकों को सम्मानित कर उनके योगदान को नमन किया गया।
प्रधानाचार्य प्रभारी राजू नंदन साहा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय की उपलब्धियों और भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।







