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July 29, 2025 12:40 pm

मशरूम की खेती के लिए किसानों का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ प्रारंभ

प्रशांत मंडल

लिट्टीपाड़ा पाकुड़)शनिवार को कृषि तकनीकी सूचना केंद्र लिट्टीपाड़ा में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग द्वारा किसानों का पाँच दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया।इस आयोजित प्रशिक्षण में सीड एग्रोटेक प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड, राँची के अनूप कुमार रवि ट्रेनर सह टीचर एवं पवन यादव ट्रेनर सह टीचर के द्वारा किसानों को बताया गया कि मशरूम की खेती के लिए सबसे उपयुक्त समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। इसकी खेती के लिए छायादार जगह की आवश्यकता होती है।इसलिए यह बंद कमरे में या फिर बंद झोपड़ी में भी उगाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि मशरूम की खेती में लगने वाला खाद गेहूं या चावल के भूसे और कुछ केमिकल्स को मिलाकर खाद तैयार किया जाता है जिसके बनने में एक महीना का समय लगता है। खाद तैयार होने के बाद अपने कमरे में किसी सख्त जगह पर 6-8 इंच मोटी परत बिछाकर मशरूम के बीज लगाया जाता है और उसे तैयार किए गए कंपोस्ट से ढक दिया जाता है। करीब 40 से 50 दिन में मशरूम तैयार हो जाएगा जिसे आसानी से बेचा जा सकता है।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रखंड कृषि पदाधिकारी के. सी. दास, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक रामेश्वर मुर्मू, उद्यान मित्र शिबरत मरांडी सहित विभिन्न ग्राम एवं पंचायत के 62 प्रशिक्षणार्थि किसान उपस्थित थे।

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