पाकुड़। आधार की शुद्धता और विश्वसनीयता जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी तरह की त्रुटि या फर्जीवाड़ा न केवल व्यवस्था को कमजोर करता है, बल्कि वास्तविक लाभुकों के अधिकारों का भी हनन करता है। यह बात उपायुक्त मनीष कुमार ने जिला स्तरीय आधार निगरानी समिति की बैठक में कही। उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि 100 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी लाभुकों के आधार मामलों का पोर्टल पर अनिवार्य भौतिक सत्यापन कराया जाए। साथ ही नए आधार कार्ड जारी करने के दौरान दस्तावेजों की गहन और सतर्क जांच सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, डीपीओ-यूआईडी और सीएससी मैनेजर को संयुक्त रूप से विशेष सत्यापन दल गठित कर अभियान चलाने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने दो टूक कहा कि सत्यापन कार्य में लापरवाही, अनियमितता या मिलीभगत पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कठोर विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने कहा कि आधार प्रणाली की पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनाए रखना जरूरी है, ताकि सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सही और पात्र लाभुकों तक समय पर पहुंच सके।





